Move to Jagran APP

नगर निगम का बड़ा फैसला, चेक से हाउस टैक्स जमा करने पर लगाई रोक

लखनऊ नगर निगम ने चेक से हाउस टैक्स जमा करने पर रोक लगा दी है। लगातार बाउंस हो रहे चेक के कारण यह निर्णय लिया गया है। अब राजस्व निरीक्षकों के मोबाइल फोन पर क्यूआर कोड की सुविधा दे दी गई है जिससे फील्ड पर ही हाउस टैक्स को जमा कराया जा सके। साथ ही आप नेफ्ट आरटीजीएस से भी भुगतान कर सकते हैं।

By Ajay Srivastava Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 13 Oct 2024 08:09 AM (IST)
Hero Image
नगर निगम लखनऊ की तस्वीर (फोटो- जागरण)
अजय श्रीवास्तव, लखनऊ। नगर निगम ने चेक से हाउस टैक्स जमा करने पर रोक लगा दी है। चेक लेकर आ रहे भवन स्वामियों को वापस किया जा रहा है और उन्हें भुगतान करने के अन्य तरीकों के बारे में भी बताया जा रहा है। लगातार बाउंस हो रहे चेक को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कुछ मामले में आंशिक गलती मिलने या फिर ओवरराइटिंग होने पर बैंक भी चेक को बाउंस कर दे रहे हैं।

पिछले वित्तीय वर्ष में ही नौ करोड़ की चेक बाउंस हो चुकी है। लिहाजा अब राजस्व निरीक्षकों के मोबाइल फोन पर क्यूआर कोड की सुविधा दे दी गई है, जिससे फील्ड पर ही हाउस टैक्स को जमा कराया जा सके।

पहले नकद और चेक से ही हाउस टैक्स जमा होता था लेकिन समय के साथ भुगतान के लिए अन्य तरीकों को भी अपनाया गया और लोग घर बैठे ही भुगतान की सुविधा पाने लगे लेकिन जांच में पाया गया कि नगर निगम का दबाव पडऩे पर भवन स्वामी चेक से भुगतान तो कर देते हैं लेकिन वह खाते में पैसा न होने या फिर अन्य कारणों से बाउंस हो जाते हैं। कभी कभी ऐसे चेकों को भुगतान रजिस्टर में भी दर्ज कर लिया जाता था।

मिलान न होने से नगर निगम को वित्तीय नुकसान भी होता है। अगर एक अप्रैैल से दस अक्टूबर की रिपोर्ट को देखा जाए तो 12,852 लोगों ने चेक से ही भुगतान किया है और 62.02 करोड़ की रकम जमा हुई है।

नंबर बढ़ाने के लिए ले ली जाती थी  चेक

जोनल अधिकारियों से राजस्व निरीक्षक वसूली में अपने नंबर बढ़ाने के लिए दबाव बनाकर भवन स्वामियों से चेक तो ले लेते थे। ऐसा करने से संबंधित निरीक्षक की वसूली का प्रतिशत तो बढ़ जाता है जबकि बाद में चेक बाउंस होने से नगर निगम को नुकसान होता है। इसी तरह बकायेदारों के खिलाफ भवन सील करने के दौरान दुकानदार दबाव में चेक दे देते हैं और उनकी दुकान सील होने से बच जाती थी लेकिन बाद में ऐसी कई चेक बाउंस हो जाती थी।

नगर-निगम मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, अशोक कुमार सिंह ने बताया-

नगर निगम ने चार दिनों से चेक से हाउस टैक्स जमा करने पर रोक लगा दी है। काउंटर और फील्ड पर चेक से भुगतान लेने के लिए कर्मचारियों को मना कर दिया गया है। लगातार चेक बाउंस होने की मिल रही शिकायतों को देखते हुए ऐसा किया गया है। कभी खाते में पैसा न होने से चेक  बाउंस हो रही है तो कभी ओवर राइटिंग व अन्य कारणों से, इससे नगर निगम की आय पर असर पड़ रहा था। पिछले वित्तीय वर्ष में ही नौ करोड़ की चेक बाउंस हो चुकी है।

हाउस टैक्स जमा करने के अन्य विकल्प

  • नकद
  • आरटीजीएस
  • नेफ्ट
  • डायमैनिक क्यूआर कोड
  • डेबिट और क्रेडिट कार्ड
  • भारत बिल पेमेंट सिस्टम
  • एलएमसी.यूपी.एनआइसी.इन पर जाने पर भी भुगतान हो सकेगा।
इसे भी पढ़ें: मकान मालिक-किरायेदार विवाद के बीच पथराव, दो पुलिसकर्मी घायल; हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज

इसे भी पढ़ें:  गलत तरीके से जांची गई कॉपी, अनुत्तीर्ण हो गए 25 फीसद छात्र; कॉलेज के गेट पर आकर खूब भड़के

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।