Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

मेरठ में सेना भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा, दर्जन भर हिरासत में

मेरठ में सेना में भर्ती के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। मेरठ जोन पुलिस की टीम ने आर्मी इंटेलीजेंस के इनपुट पर दर्जनभर से अधिक आरोपियों को दबोच लिया है, जिनमें युवतियां भी हैं। पकड़े गए आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है। बताया गया कि

By Ashish MishraEdited By: Updated: Fri, 11 Mar 2016 11:16 AM (IST)
Hero Image

लखनऊ। मेरठ में सेना में भर्ती के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। मेरठ जोन पुलिस की टीम ने आर्मी इंटेलीजेंस के इनपुट पर दर्जनभर से अधिक आरोपियों को दबोच लिया है, जिनमें युवतियां भी हैं। पकड़े गए आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है। बताया गया कि इन्होंने अभ्यर्थियों को झांसे में लेकर 50-50 हजार रुपये एडवांस भी ले रखे थे। पुलिस की कई टीमें इस गैंग से जुड़े आरोपियों की धरपकड़ को रातभर दबिशें डाल रही हैं।

सहारनपुर में आयोजित सेना भर्ती के दौरान दौड़ में असफल रहे अभ्यर्थियों से संपर्क कर फर्जी तरीके से भर्ती कराने वाले गिरोह का खुलासा हो गया है। सेना इंटेलीजेंस की टीम ने दौड़ में असफल रहे अभ्यर्थी मनीष से पूछताछ की। उसने बताया कि उससे सहारनपुर के बडग़ांव के संजीव ने भर्ती कराने के नाम पर 50 हजार रुपये बतौर एडवांस लिए हैं। कुछ और अभ्यर्थियों ने भी आर्मी के अफसरों को मामले की सूचना दी, जिस पर आर्मी इंटेलीजेंस ने पड़ताल की, जिसमें बडग़ांव थानाक्षेत्र के शिमलाना निवासी संजीव कुमार को पकड़ लिया गया, जबकि उसका दूसरा साथी संजू फरार हो गया। बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों से भर्ती के नाम पर दो-दो लाख में डील फाइनल हो रही थी। संजीव कुमार को आर्मी इंटेलीजेंस ने पुलिस को सौंप दिया। आइजी सुजीत पांडेय ने मामले का संज्ञान लेकर मिनी एसटीएफ और मेरठ की क्राइम ब्रांच को लगा दिया है। पुलिस ने संजीव गैंग के दर्जनभर से अधिक युवक और युवतियों को भी हिरासत में लिया है। आरोपियों के कब्जे से फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं। पुलिस मान रही है कि पकड़े गए आरोपियों से कोई सैन्य अफसर भी मिला हुआ है। ऐसे में उच्चस्तर से मामले को देखा जा रहा है। डीजीपी को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है। एसपी क्राइम अजय सहदेव को ऑपरेशन की कमान सौंपी गई है। गुरुवार रातभर आरोपियों की धरपकड़ को टीमें प्रयासरत रही।

मोबाइल से मिले अभ्यर्थियों के पते : संजीव कुमार के मोबाइल में मैसेज मिले हैं, जिनमें अभ्यर्थियों की जानकारी है। सभी ने अपने मोबाइल पर मैसेज ले रखे हैं। साथ ही एडवांस रकम भी वसूली गई है। फिजिकल से लेकर लिखित परीक्षा और मेडिकल तक सभी काम की जिम्मेदारी ली जा रही थी।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें