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यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए BJP ने बनाया मास्टर प्लान, जातीय समीकरण साधने के लिए सभी सीटों पर तैनात होंगे 10-10 विधायक

UP Assembly By Election उत्तर प्रदेश की आठ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। हर सीट पर जातीय समीकरण साधने के लिए 10-10 विधायक तैनात किए जाएंगे। प्रभारी मंत्रियों के साथ सांसद भी चुनावी मैदान में उतरेंगे। जनप्रतिनिधियों को मंडल व शक्ति केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। सभी विधायक व सांसद दीपावली बाद प्रचार में जुट जाएंगे।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 27 Oct 2024 04:02 PM (IST)
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हर सीट पर भाजपा व सहयोगी दलों के विधायक भी करेंगे प्रचार
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसीलिए हर सीट पर जातीय समीकरण साधने के लिए भाजपा ने एनडीए के 10-10 विधायकों को भी तैनात करने की रणनीति बनाई है। साथ ही प्रभारी मंत्रियों के साथ सांसदों को भी चुनावी प्रचार के मैदान में उतारा जाएगा। वहीं जनप्रतिनिधियों को मंडल व शक्ति केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।

उपचुनाव को लेकर प्रदेश में फूलपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ व मझवां की सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मीरापुर की सीट भाजपा ने राष्ट्रीय लोक दल को दी है। उपचुनाव की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने हाथों में ले रखी है।

सभी सीटों पर की गई 30 मंत्रियों की तैनाती

चुनाव को लेकर उन्होंने दो माह पहले ही 30 प्रभारी मंत्रियों की तैनाती सभी सीटों पर कर दी है। इनमें 13 कैबिनेट व 17 राज्य मंत्री शामिल हैं। भाजपा ने जनप्रतिनिधियों की राय लेकर इस बार उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं। इसलिए चुनाव में सांसदों से लेकर स्थानीय विधायकों व जिले के पदाधिकारी भी सक्रिय हैं। 25 अक्टूबर को नामांकन के बाद सभी सीटों पर प्रचार की रणनीति लगभग तय कर ली गई है।

जिन जिलों में चुनाव हो रहे हैं वहां पर चुनावी गतिविधियों को लेकर एक-एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। उसे प्रदेश मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम के साथ जोड़ा जाएगा। चुनाव वाली सीटों पर जमीनी स्तर पर जातीय समीकरणों को साधने के लिए एनडीए के 10-10 विधायकों को तैनात किया जा रहा है।

दीपावली बाद सक्रिय होंगे विधायक

दीपावली के बाद यह विधायक संबंधित विधानसभा सीटों पर पूूरी तरह से सक्रिय हो जाएंगे और अपने क्षेत्रों में नुक्कड़ बैठकों के जरिए मतदाताओं को विभिन्न मुद्दों व केंद्रीय तथा राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर जागरूक करेंगे। वहीं मंडलों व शक्ति केंद्रों की जिम्मेदारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सौंपी जा रही है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार की जा चुकी है। सभी समीकरणों को ध्यान में रखकर चुनाव लड़ा जाएगा।

 उत्तर प्रदेश उपचुनाव 

सीट भाजपा सपा  बसपा
मझवां सुचिस्मिता मौर्य डॉ ज्योति बिंद दीपक तिवारी
गाजियाबाद संजीव शर्मा सिंह राज जाटव परमानंद गर्ग
कुंदरकी रामवीर सिंह ठाकुर हाजी रिजवान रफतउल्ला उर्फ नेता छिद्दा
करहल अनुजेश यादव तेज प्रताप यादव अवनीश कुमार शाक्य
फूलपुर दीपक पटेल मुज्तबा सिद्दीकी जितेंद्र कुमार सिंह
खैर सुरेंद्र दिलेर डॉ चारू कैन डॉ पहल सिंह
कटेहरी धर्मराज निषाद शोभावती वर्मा अमित वर्मा
सीसामऊ सुरेश अवस्थी नसीम बानो वीरेंद्र कुमार शुक्ला
मीरापुर मिथिलेश पाल सुम्बुल राणा शाहनजर
नोट: मीरापुर सीट भाजपा ने एनडीए सहयोगी दल रालोद को दी है।

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