विधान परिषद के प्रत्याशी के नामांकन के बाद बुक्कल नवाब ने हनुमान मंदिर में चढ़ाया घंटा
मंगलवार को 64 वर्षीय बुक्कल नवाब पुत्र दारा नवाब ने हजरतगंज में दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में जाकर पीतल का घंटा अर्पित किया। इस दौरान उन्होंने वहां पर पूजा-अर्चना भी की।
लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के शासन में बेहद चर्चा में रहने वाले अवध के नवाबों के वंशज होने का दावा करने वाले बुक्कल नवाब ने भारतीय जनता पार्टी से विधान परिषद के प्रत्याशी के रूप में कल नामांकन किया। इसके बाद आज उन्होंने हनुमान मंदिर की ओर रुख किया।
मंगलवार को 64 वर्षीय बुक्कल नवाब पुत्र दारा नवाब ने हजरतगंज में दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में जाकर पीतल का घंटा अर्पित किया। इस दौरान उन्होंने वहां पर पूजा-अर्चना भी की। समाजवादी पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने वाले बुक्कल नवाब ने आज हनुमान मंदिर में बजरंज बली का आशीर्वाद भी लिया। हजरतगंज के दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में उन्होंने करीब आधा घंटा तक दर्शन और पूजा अर्चना की।
बुक्कल नवाब ने बीते वर्ष समाजवादी पार्टी के साथ ही विधान परिषद सदस्य के पद से इस्तीफा दिया था। बुक्कल नवाज समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने उन्हें दो बार एमएलसी बनाया था।
समाजवादी पार्टी में रहने के दौरान ही बुक्कल नवाब ने भाजपा में आने का माहौल बना लिया था। उस समय उन्होंने कहा था कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर हर हाल में बनना चाहिए।
भगवान राम अयोध्या में पैदा हुए थे। ऐसे में उनका मंदिर अयोध्या में ही बनना चाहिए। वह भी राम मंदिर के लिए 15 करोड़ रुपये देंगे। इससे पहले उन्होंने कहा था भगवान राम का मंदिर बनने के बाद वह उनको मुकुट पहनाएंगे। इसके साथ ही 10 लाख रुपये भी देंगे।
नवाब के खिलाफ कई मामलों की जांच
बुक्कल नवाब के खिलाफ कई मामलों में जांच चल रही हैं। लखनऊ के जियामऊ में गलत तरीके से मुआवजा लेने का मामला है। इससे पहले हुसैनाबाद हेरिटेज जोन में बिल्डिंग गलत तरीके से बनाने के मामले में भी बुक्कल नवाब को एलडीए नोटिस दे चुका है। एलडीए तो उनको उनकी बिल्डिंग गिराने का नोटिस दे चुका है।