काकोरी के आजमपुर गांव का मामला है। बीते दिनों चचेरे भाई के घर एक युवक की मौत हो गई थी। परिवारजन ने चचेरे भाई पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत की थी। पिता ने बताया कि बाद में उन्हें पता चला कि बेटे की हत्या हुई है। उसे मारा गया है। फिर एसीपी काकोरी शकील अहमद की मौजूदगी में कब्र खोदकर शव निकलवाया गया।
जागरण संवाददाता, काकोरी। काकोरी के आजमपुर गांव में 12 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में चचेरे भाई के घर शुभम रावत की मौत हो गई थी। परिवारजन ने चचेरे भाई पर शुभम की हत्या करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत की। इसके बाद शुक्रवार को शव कब्र से खोदकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस अब पोस्टमार्टम के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
शुभम के पिता राम पाल रावत के मुताबिक वह आजमपुर गांव के रहने वाले हैं। 12 मई को बेटे को उसके चचेरे भाई मनोहर ने अपने घर बुलाया था। रात करीब 11 बजे मनोहर ने फोन कर उन्हें बुलाया। पहुंचे तो बेटा मृत अवस्था में मनोहर के घर के बाहर गेट के पास पड़ा था। शव को बिना पोस्टमार्टम के कब्रिस्तान में दफना दिया गया।
पिता ने कहा- बेटे की हत्या हुई
रामपाल ने बताया कि बाद में उन्हें पता चला कि बेटे की हत्या हुई है। उसे मारा गया है। उन्होंने एसीपी काकोरी को प्रार्थनापत्र दिया और शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की। पुलिस उपायुक्त पश्चिम से मिले। उनके निर्देश पर शुक्रवार को एसीपी काकोरी शकील अहमद की मौजूदगी में कब्र खोदकर शव निकलवाया गया।
कंकाल और कुछ गला हुआ शव था। शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इंस्पेक्टर नवाब अहमद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शुभम की मौत की सूचना उस समय उनके परिवारीजन ने नहीं दी थी।
वहीं, राम पाल ने बताया कि शुभम की मौत से एक हफ्ते पहले ही बड़े बेटे अनूप की बीमारी से मौत हुई थी। पूरा परिवार परेशान था, इस बीच शुभम की भी मृत्यु हो गई। इसलिए घरवाले कुछ ध्यान नहीं दे सके। बाद में पता चला कि शुभम की हत्या हुई है। इसलिए उच्चाधिकारियों से पोस्टमार्टम कराने की गुहार की।
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