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मायावती ने कहा- सम्मानजनक सीट न मिलने पर अकेले लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

मायावती ने कहा कि हम प्रदेश के साथ ही देश में भी महागठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन सम्मानजनक सीट न मिलने पर हम अकेले ही लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Mon, 17 Sep 2018 10:28 AM (IST)
मायावती ने कहा- सम्मानजनक सीट न मिलने पर अकेले लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
लखनऊ (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आज प्रेस कांफ्रेस कर भाजपा पर हमला बोला।इसके साथ ही मायावती ने भीम अार्मी से अपने रिश्ते तथा उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर खुलकर टिप्पणी की। मायावती ने कहा कि हम गठबंधन के खिलाफ नही हैं लेकिन गठबंधन में सम्मानजनक सीटें मिलने पर ही गठबंधन किया जाएगा।

हम देश के साथ ही प्रदेश में भी महागठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन सम्मानजनक सीट न मिलने पर हम अकेले ही लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे। इसके लिए हमारी तैयारी भी है। उन्होंने साफ कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव (2014) में हमारी पार्टी का प्रदर्शन अन्य के मुकाबले काफी अच्छा था। हमारा वोट प्रतिशत भी अधिक था और हमने ही भाजपा से डटकर मुकाबला किया था। उन्होंने कहा कि राज्यों के चुनाव के साथ लोकसभा के चुनाव में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी पार्टियां काम कर रही हैं। 

भीम आर्मी से रिश्ते पर मायावती की सफाई, कहा- यह धंधा चलाने वाला संगठन

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सहारनपुर तथा पास के जिलों में दलितों के हित में काम करने का दावा करने वाले संगठन भीम आर्मी को को धंधा चलाने वाला संगठन बताया है। मायावती ने कहा कि समाज में ऐसे बहुत से संगठन बनते चले आ रहे हैं जो अपना धंधा चलाते हैं। उन्होंने कहा कि सहारनपुर हिसा में आरोपी चंद्रशेखर मुझसे रिश्ता दिखा रहा है जबकि मेरा सिर्फ गरीबों से रिश्ता है। ऐसे किसी व्यक्ति से मेरा रिश्ता नही है जो समाज में हिंसा को बढ़ाने का काम करते हैं।

राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोग मुझसे रिश्ता दिखा रहे हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि लोग राजनीतिक फायदा लेने के लिए मुझसे रिश्ता जोड़ना चाहते हैं और मुझे बुआ कहते हैं। मायावती ने किसी नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ लेने के लिए अपना नाम मुझसे जोड़ते हुए मुझे बुआ कहते हैं। ऐसा ही सहारनपुर जातीय हिंसा मामले में आरोपी (भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद 'रावण') ने भी किया, मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है। यह भाजपा का गेम प्लान है।

भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण के मायावती को अपनी बुआ कहने पर मायावती ने कहा कि कुछ लोग अपने राजनैतिक स्वार्थ में तो कुछ बचाव में तो मेरे साथ अपनी रिश्तेदारी जोड़ रहे है। मेरा ऐसे लोगो से मेरा कोई रिश्ता नही है। यह लोग अपने स्वार्थ के कारण ऐसा कर रहे हैं। गरीब व दलितों के हित में काम करने की अपेक्षा यह लोग अपना उल्लू सीधा करने की खातिर इनको अपने जाल में फंसाने में लगे हैं। मायावती ने कहा कि भीम आर्मी जैसे संगठन समाज के सामने कहते कुछ हैं और कहते कुछ हैं। ऐसे लोगो से समाज को सावधान रहना चाहिए। यदि यह लोग समाज के हित में सोचते थे तो इन्हें कोई अपना अलग संगठन नही बनाना चाहिए था।

भाजपा को दिया धन्यवाद

मायावती ने अपने नए बंगला के लिए भाजपा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ना वे मुझे फंसाते और ना मेरे पास बंगला आता। बसपा मुखिया ने कहा कि हालांकि यह बंगला बड़ा नही है लेकिन यहां से पार्टी का काम करूंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुझे परेशान किया तो मेरे साथ खड़े लोगों ने मेरे लिए गिफ्ट दिया और फिर मैंने दिल्ली और लखनऊ में बंगला बनाया। उन्होंने कहा कि मेरे सत्ता से हटने के बाद मेरे खिलाफ ताज प्रकरण मामले में मुझे फंसाया गया। सीबीआई का दुरुपयोग कर जबरन फर्जी केस भी दर्ज कराया गया। उन्होंने कहा कि मैं कभी कुर्सी के पीछे नही भागी।

मैं तो भाजपा के सहयोग से चल रही सरकार की कुर्सी से हट गई थी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में आवंटित सरकारी आवास खाली करने के बाद मायावती ने लखनऊ में अपने आवास में प्रवेश किया है। यहां 9 माल एवेन्यू में अपने आवास पर आज उन्होंने मीडिया को बताया कि मेरी सुरक्षा को देखते हुए इस नए बंगले में आने में समय लगा। उन्होंने कहा कि आज अपने आवास पर मैंने पार्टी के पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। आज भी यह बैठक केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार से दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों को सजग करने के लिए बुलाई गई है।

अटल बिहारी बाजपेयी के नाम को भुनाने का गंभीर आरोप

बसपा मुखिया मायावती ने भाजपा पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम को भुनाने का गंभीर आरोप लगाया है। मायावती ने कहा कि अटल जी के जिंदा रहते भाजपा उनके पदचिन्हों पर जरा सा भी नही चली लेकिन उनके जाने के बाद उनका नाम लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही भाजपा के नेता अब तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। भाजपा सरकार जनता का ध्यान बांटने के लिए रोज नए मुद्दे की तलाश में रहती है। इसके बीच वह अपनी हर बात को जनता पर थोपने के प्रयास में है। 

भाजपा सरकार पर रक्षा सौदे में धांधली का आरोप

मायावती ने कहा कि भाजपा पर देश की सभी पार्टी ने रक्षा सौदे में धांधली का आरोप लगाया है। भाजपा सरकार पर इतने बड़े आरोप के बाद भी अभी तक भाजपा सरकार कोई सटीक जवाब नही दे सकी है। इससे लगता है कि यह लोग भ्रष्टाचार को बढ़ाने के साथ ही अपनी सारी बातें दबाने में माहिर हो चुके हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज प्रेसवार्ता में भाजपा पर जमकर हमला बोला है।

मायावती ने कहा कि कोर्ट कचहरी में तो दलितों की मदद करने वाले वकील और एनजीओ के साथ भी भाजपा सरकार अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि दो अप्रैल की घटना के बाद कई दलितों को भाजपा वालों ने अब तक जेल में बंद कर के रखा हुआ है। इससे भी दलितों के प्रति भाजपा की मानसिकता का पता चलता है। 

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य भाजपा शासित राज्यों में गो-रक्षा के नाम पर मॉब लिंचिंग लोकतंत्र को कलंकित कर रहा है। भाजपा सरकार से दलित के साथ आदिवासी, पिछड़े व अल्पसंख्यक वर्ग काफी आहत है। मायावती ने कहा कि भाजपा ने सिर्फ सुनहरे दिन के सपने दिखाकर केवल पूंजीपतियों का भला किया। देश तथा प्रदेश में महिला सुरक्षा पर भाजपा की सरकारों की असफलता बिल्कुल साफ दिख रही है।

देश में रोजगार का महासंकट 

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के जीएसटी से व्यापारी परेशान हुए है। अब तो देश में रोजगार का महासंकट व्याप्त है। डीजल व पेट्रोल की कीमतों में तेजी आने से देश की परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। इससे पहले इनकी नोटबंदी से अर्थव्यवस्था नीचे चली गई। रुपये की कीमत लगातार गिर रही है। मोदी सरकार ने देश में अपरिपक्व तरीके से नोटबंदी कर आपातकाल लगाया।

100 से अधिक निर्दोषों की जान चली गयी, नोटबंदी के निर्णय को आरबीआई ने खारिज कर दिया है। अब तो पता चल गया कि नोटबंदी राष्ट्रीय त्रासदी साबित हुई है। 15-20 लाख रुपये सबके खाते में देने के साथ रोजगार देने जैसे वायदों को भाजपा ऐसे गायब कर दी है, जैसे गधे के सर से सींग। अब जनता का भाजपा पर ज्यादा भरोसा करना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।

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