'गरीबों के कल्याण के लिए जाति आधारित गणना जरूरी', दिग्विजय सिंह बोले- चुनाव प्रचार में लगातार झूठ बोल रहे हैं पीएम
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कहा कि महंगाई ने आम लोगों का बुरा हाल कर दिया है। आज एक किसान को दस ग्राम सोना खरीदने के लिए दो से ढाई हजार किलो अनाज बेचना पड़ रहा है। केंद्र सरकार ने दस वर्षों के कार्यकाल में किसानों व छोटे व्यापारियों के लिए एक भी योजना लागू नहीं की है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि देश में गरीबों के कल्याण के लिए जाति आधारित गणना जरूरी है। इसके बाद ही सही मायने में लोगों के लिए योजनाएं तैयार की जा सकती हैं। उन्होंने कहा आईएनडीआईए गठबंधन चुनाव जीत कर यह काम पूरा करवाएगा। यह कांग्रेस का वादा है, मोदी की गारंटी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव प्रचार में लगातार झूठ पर झूठ बोलकर सभी को गुमराह कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को उन्होंने पत्रकारों से कहा कि महंगाई ने आम लोगों का बुरा हाल कर दिया है। आज एक किसान को दस ग्राम सोना खरीदने के लिए दो से ढाई हजार किलो अनाज बेचना पड़ रहा है। केंद्र सरकार ने दस वर्षों के कार्यकाल में किसानों व छोटे व्यापारियों के लिए एक भी योजना लागू नहीं की है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी में सबसे ज्यादा नुकसान छोटे व्यापारियों को हुआ है। देश की अर्थ व्यवस्था पूंजीपतियों के हाथों में चली गई है। किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ, लेकिन सरकार ने पूंजीपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया है।
'सरकार बनने के बाद सभी वादे किए जाएंगे पूरे'
उन्होंने कहा कि चार जून को आईएनडीआईए गठबंधन की सरकार बनने के बाद महिलाओं, गरीबों, बेरोजगारों व आम लोगों से किए गए वादे पूरे किए जाएंगे। इसे लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने हस्ताक्षर करके गारंटी पत्र वितरित किए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से युवा निराश हैं। 30 लाख नौकरियों के पद रिक्त पड़े हैं और सरकार भर्ती का विज्ञापन निकलवा कर पेपर लीक करवा कर भर्ती टाल देती है। अग्निवीर योजना ने देश के लाखों नौजवानों के फौज में भर्ती होने के सपने को तोड़ दिया।एक सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस बुलडोजर संस्कृति के विरुद्ध है। कांग्रेस में परिवारवाद को लेकर उन्होंने कहा कि अभी तो देश में दो ही परिवार हैं। एक संघ परिवार तो दूसरा मोदी का परिवार। संघ परिवार की ईमानदारी पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन मोदी के परिवार की ईमानदारी के बारे में सभी को पता है।यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: यूपी में सपा को एक और झटका, अब महान दल ने तोड़ा नाता; NDA को समर्थन देने की घोषणा
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