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RDSO में र‍िश्वतखोरी का राजफाश करने के ल‍िए CBI ने 20 द‍िनों तक की रेकी, बिल पास करने का चल रहा था गोरखधंधा

सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने आरडीएसओ के लेखा विभाग के तीन कर्मचारियों व तीन कंपनियों के विरुद्ध रिश्वतखोरी के मामले में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। बता दें क‍ि सीबीआई की टीमों ने आरडीएसओ में बिल पास करने के नाम पर मोटी रकम वसूल करने वाले गिरोह का राजफाश करने से पहले 20 दिनों तक रेकी की थी।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 27 Sep 2024 07:49 AM (IST)
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बिल पास करने के नाम पर वसूली जा रही थी मोटी रकम।- सांकेत‍िक तस्वीर

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सीबीआई की टीमों ने आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) में बिल पास करने के नाम पर मोटी रकम वसूल करने वाले गिरोह का राजफाश करने से पहले 20 दिनों तक रेकी की थी। रेकी के बाद रिश्वतखोरी के पुख्ता प्रमाण जुटाकर सीबीआई ने आरडीएसओ के तीन कर्मचारियों व कंपनियों के ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान सीबीआई के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे हैं।

सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने आरडीएसओ के लेखा विभाग के तीन कर्मचारियों व तीन कंपनियों के विरुद्ध रिश्वतखोरी के मामले में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। इन आरोपितों ने रिश्वत की रकम अपने बैंक खातों में भी ट्रांसफर कराई थी।

ये अधि‍कारी कर रहे थे र‍िश्वतखोरी का काम

अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरडीएसओ के वरिष्ठ लेखाधिकारी अर्पित अस्थाना, लेखा सहायक अब्दुल लतीफ, कनिष्ठ लेखा सहायक नासिर हुसैन के अलावा अब्दुल करीम सिद्दीकी, मनीष कुमार पांडेय, अभिनव सिन्हा, विशाल शर्मा, अशोक पुरी गिरोह बनाकर रिश्वतखोरी का काम कर रहे थे।

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