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Chaitra Navratri 2022: अयोध्या में नवरात्र से शुरू होगी सीता रसोई, मिलेगा रामलला का भोग लगा प्रसाद

Chaitra Navratri 2022अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के साथ परिसर की प्राचीन स्मृति को भी सहेजने की तैयारी शुरू है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के साथ सीता रसोई स्मृति को भी सहेजने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 06:19 PM (IST)
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Chaitra Navratri 2022: सीता रसोई स्मृति को भी सहेजने का कार्य प्रारंभ
अयोध्या, जेएनएन। चेत्र नवरात्र में रामनगरी अयोध्या में राम भक्तों को सीता रसोई का प्रसाद मिलेगा। सीता रसोई से श्रद्धालुओं को रामलला का भोग लगा प्रसाद वितरित करने की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भगवान श्री रामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन की व्यवस्था बना रहा है। इनकी व्यवस्था राम नवमी से शुरू होगी।

रामनवमी के नौ दिवसीय उत्सव में रामनगरी में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भक्तों को निशुल्क भोजन कराएगी। अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ होने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या भी दिन प्रतिदिन कई गुणा बढ़ता जा रहा है। इसके कारण श्रीराम लला का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को रुकने के लिए ही नहीं बल्कि भोजन के लिए भी बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है उसको देखते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अस्थाई रूप से सीता रसोई शुरू करने की योजना बनाई है। यह योजना अभी सिर्फ रामनवमी मेले के नौ दिवसीय उत्सव तक ही सीमित रहेगी। इसके लिए ट्रस्ट ने परिसर के निकट आनंद भवन से सटे विश्व हिंदू परिषद कार्यालय से संचालित यह जाने की तैयारी जा रही है। इस बार होने वाले राम नवमी उत्सव के लिए सीता रसोई खोलने की तैयारी है। जहां पर श्री रामलला का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन प्रसाद स्वरूप दिया जाएगा।

भगवान के जन्मोत्सव को भव्यता के साथ मनाने की तैयारी : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्रा के मुताबिक भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव को बड़े ही भव्यता से मनाने की तैयारी की जा रही है। रामलला की कला को भव्य रूप देकर सजाया जाएगा। भजन कीर्तन के साथ भव्य आरती में भी श्रद्धालु शामिल हो सके इसका भी इंतजाम किया जा रहा है। रामनवमी उत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रस्ट निशुल्क भोजन कराएगा। रामनगरी अयोध्या में रामलला का दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब निश्शुल्क भोजन भी दिया जाएगा। नवरात्र से सीता रसोई से श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भक्तों को रोटी, सब्जी, दाल-चावल के साथ ही मिष्ठान प्रदान करने की तैयारी में है। इसका संचालन रामकोट में ट्रस्ट कार्यालय के समीप से ही होगा। जिससे श्रद्धालु आसानी से पहुंच कर भोजन कर सकें। रामनगरी में देश के कोने-कोने से रामभक्त पहुंच रहे हैं। जत्थों में भक्त यहां आकर रामलला का दर्शन पूजन करते हैं। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए ट्रस्ट ने निश्शुल्क भोजन वितरित करने की योजना बनाई है। इससे पहले ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद का वितरण शुरू किया था। रामलला का दर्शन करने वालों को इलायची दाना का पैकेट दिया जाता है। ट्रस्ट से जुड़े जिम्मेदार ने बताया कि नवरात्र से भोजन प्रसाद का वितरण शुरू हो जाएगा।

प्रारंभ होगा सीता रसोई की स्मृति सहेजने का काम : अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के साथ परिसर की प्राचीन स्मृति को भी सहेजने की तैयारी शुरू है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के साथ सीता रसोई स्मृति को भी सहेजने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। सीता की रसोई वास्तव में एक शाही रसोई घर नहीं बल्कि एक मंदिर है। यह मंदिर श्रीराम जन्मभूमि के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है। मंदिर में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न व उन सभी की पत्नियों सीता, उर्मिला,मांडवी और सुक्रिर्ति की मूर्ति लगी हुई हैं। यहां पर बनी रसोई में प्रतीकात्मक रसोई के बर्तन रखे हैं। जिनमें चकला और बेलन रखे है। उस दौरान यह रिवाज हुआ करता था कि नववधू, पूरे परिवार के लिए शगुन के तौर पर खाना पकाती थी। विद्वानों को मानना है कि माता सीता ने अपने परिवार के लिए खाना नहीं बनाया था लेकिन पूरी मानव जाति के लिए यह स्थल माता अन्नपूर्णा के समान है। इस रसोई के बारे में एक और रोचक तथ्य यह है कि बाबरी मस्जिद के मुख्य मेहराब पर लिखा हुआ है कि जन्मस्थान सीता की रसोई, जो सीता की रसोई का अस्तित्व बताता है।  

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