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Lucknow: नोएडा Income Tax Department में नौकरी करती थी प्र‍ियंका, कई लोगों को ठग कर हुई थी फरार

Income Tax Department Lucknow में बेरोजगारों को ठगने वाली आरोप‍ित प्र‍ियंका म‍िश्रा नोएडा आयकर विभाग में संविदा पर डाटा एंट्री आपरेटर के पद पर रह चुकी है। उसका ग‍िरोह नौकरी दिलाने के नाम पर 300 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।

By Anurag GuptaEdited By: Updated: Wed, 23 Nov 2022 09:47 PM (IST)
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Income Tax Department: Lucknow आयकर विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी का मामला
लखनऊ, जागरण संवाददाता। आयकर विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने के मामले में गिरफ्तार प्रियंका मिश्रा के तार लखनऊ से लेकर दिल्ली, नोएडा और हरियाणा तक जुड़े हैं। प्रियंका और उसके गिरोह से जुड़े लोग, हजारों बेरोजगारों को गुमराह करके आयकर समेत अन्य विभागों ने नौकरी लगवाने के नाम पर 300 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुके हैं। प्रियंका छह साल पहले नोएडा में भी फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई लोगों को शिकार बनाकर फरार हुई थी।

व‍िभाग के कुछ लोगों के भी शाम‍िल होने की आशंका 

उसके साथ एक बड़े गिरोह के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल महिला को जेल भेज दिया गया है। मामले में पुलिस के साथ ही आयकर विभाग ने जांच के लिए टीम गठित की है। आयकर विभाग की टीम कुछ विभागीय लोगों की भी इंटरनल जांच कर रही है। गिरोह में कुछ विभागीय लोग के जुड़े होने की बात सामने आ रही है। वहीं, पुलिस ने गिरफ्तार प्रियंका को बुधवार को जेल भेज दिया। पास कई डेबिट कार्ड, आयकर के मोहर, दस्तावेज मिले थे। जिनकी जांच की जा रही है।

मंगलवार को आयकर कार्यालय के स्टाफ कैफेटेरिया में प्रियंका मिश्रा सात युवकों को बुलाकर नियुक्ति पत्र जारी कर रही थी। जिसे आयकर विभाग के अधिकारियों ने रंगे हाथ पकड़ा। आयकर कार्यालय में जांच पड़ताल के बाद पास जारी किया जाता है, फिर किसी को प्रवेश मिलता है। ऐसी जगह एक महिला आसानी से पहुंचीं और फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र जारी कर रही थी। इसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।

आयकर व‍िभाग ने स्‍टाफ की जांच शुरू की 

आयकर विभाग ने घटना के बाद बुधवार को मामले में अपने किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता है या नहीं, इसे देखने के लिए फास्ट ट्रैक टीम गठित कर दी है। शुरुआती विभागीय जांच में पता चला है कि प्रियंका मिश्रा वर्ष 2016-17 में संविदा पर नोएडा आयकर विभाग में डाटा आपरेटर का काम करती थी। 2017 में उसने खुद को आइएएस क्वालीफाई बताकर पूरे विभाग में मिठाई थी बांटी थी।

नोएडा कार्यालय में भी कई युवकों से की थी ठगी 

नोएडा कार्यालय में भी शातिर महिला कुछ युवकों को नियुक्ति कराने के नाम पर ठग चुकी है। कार्यालय में भनक होने के बाद वह नोएडा से भागकर लखनऊ आ गई। त्रिवेणीनगर में किराए पर रहकर वह लखनऊ में अपना शिकार बनाने लगी। आयकर कार्यालय के गेट पर वह गार्ड को टैक्स प्रैक्टिशनर बताती थी। महिला ने जिन सात युवकों को मंगलवार को बुलाया था, उनसे लेटर भी लिखवाया था कि जिसमें युवकों ने लिखा था कि आयकर इंस्पेक्टर के पद पर उनकी नियुक्ति हो गई है, उनके कार्यालय में बैठने की व्यवस्था की जाए। महिला ने युवकों को जो नियुक्ति पत्र जारी किया था, उस पर भारत सरकार का लोगों, प्रधान आयकर आयुक्त के हस्ताक्षर और मोहर तक लगे हुए थे।

खुद को बताती थी आयकर विभाग का अधिकारी

डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि प्रियंका खुद को आयकर विभाग का अधिकारी और लखनऊ में तैनाती बताती थी। उसने अपने कुछ रिश्तेदारों को भी यही बता रखा था। रिश्तेदारों और परिचितों के माध्यम से बेरोजगारों से संपर्क करती थी। कई खातों में रुपये भी ट्रांसफर हुए हैं। जिनकी जांच की जा रही है। सबका ब्योरा खंगाला जा रहा है।

बीटेक के बाद एलएलबी कर रही है महिला

आयकर इंस्पेक्टर की नियुक्ति पत्र जारी करने वाली महिला लखनऊ एक निजी कालेज से बीटेक कर चुकी है। अब एलएलबी कर रही है। शाहजहांपुर की रहने वाली है। हरदोई में उसकी ससुराल है। एक चार साल की बेटी भी है। महिला अभी चार साल की गर्भवती भी है। विभाग में डाटा एंट्री आपरेटर का काम करने की वजह से उसे आयकर के कई अधिकारियों के नाम और तकनीकी जानकारी भी है। इसकी वजह से वह आयकर कार्यालय के बाहर सुरक्षा गार्ड के आंख में भी धूल झोंकती रही।

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