मुख्यमंत्री योगी का बड़ा आदेश- अब सरकारी भर्तियों में प्राइवेट संस्था को नहीं बनाया जाए परीक्षा केन्द्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी भर्तियों के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र केवल राजकीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों में होंगे। प्राइवेट संस्था को परीक्षा केन्द्र न बनाया जाए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व सीसीटीवी का उपयोग होगा। अफवाह रोकने पर ध्यान दिया जाएगा। सभी भर्ती प्रक्रियाओं में आरक्षण नियमों का पालन होगा। समय सीमा के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकारी भर्तियों के लिए होने वाली परीक्षा में किसी निजी संस्था को परीक्षा केन्द्र न बनाया जाए। मुख्यमंत्री योगी ने यह निर्देश उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग, विद्युत सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड व उत्तर प्रदेश सहकारी संस्थागत सेवा मंडल के अध्यक्षों के साथ बैठक में दिया।
योगी ने कहा कि किसी भी प्राइवेट संस्था को परीक्षा केंद्र न बनाया जाए। केवल राजकीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाए। परीक्षा केंद्र का चयन जिलाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देशन में ही किया जाए।सीएम ने कहा कि परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के संबंध में सभी बोर्ड एवं आयोग के अध्यक्ष मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक करें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व सीसीटीवी की भी सहायता ली जाए। अफवाह रोकने पर पूरा ध्यान दिया जाए। सभी भर्ती प्रक्रियाओं में आरक्षण के नियमों का पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।
लंबित न हो भर्ती प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ई-अधियाचन पोर्टल की व्यवस्था है। सभी विभाग इसका उपयोग कर अधियाचन भेजें। जिन विभागों में नियुक्तियां की जानी है, वहां से तत्काल अधियाचन आयोग को भेजें। किसी भी विभाग की तरफ से भर्ती प्रक्रिया लंबित नहीं होनी चाहिए। हर हाल में समय सीमा के अंदर सभी प्रक्रिया पूरी कराई जाए। यह भी पढ़ें: तेंदुए की चालाकी वन विभाग पर पड़ रही भारी, फिर पिंजरे में नहीं हुआ कैद; तीन तरफ मिले निशान
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