Lucknow Rain: बारिश के बीच जलभराव का VIDEO बना रहे बच्चे की खंभे से चिपककर मौत, मां के सामने तोड़ा दम
लखनऊ के शक्ति नगर में सोमवार की सुबह सभी लोग बालकनी में खड़े होकर बंद पड़े नाले के कारण हो रहे जलभराव की ही बात कर रहे थे। अमित मोबाइल से जलभराव का वीडियो बना रहा था इसी दौरान वह करंट की चपेट में आ गया। यह देख सर्वोदय नगर बिजली घर फोन कर सप्लाई बंद करवाई। हादसे में अमित की मौत हो गई।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। सुबह के करीब सात बज रहे थे... शक्तिनगर निवासी कुसुम देवी अपने 12 वर्षीय बेटे अमित के लिए खाना बना रही थीं। तभी अचानक अमित की चीख सुनाई दी तो वह बाहर की ओर भागीं। घर के सामने सड़क पर पानी भरा था और बिजली के खंभे से चिपका अमित छटपटा रहा था। मासूम को खंभे से चिपका देख कुसुम की चीख निकल पड़ी। पड़ोसियों ने उपकेंद्र फोन कर लाइन बंद कराई तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
दर्दनाक हादसे से हर चेहरे पर दहशत के साथ बिजली विभाग और नगर निगम के लिए गुस्सा भी था। लोगों का कहना था कि अगर नालियों की सफाई होती तो जलभराव न होता और बिजली कर्मचारी अपना काम सही तरीके से करते तो मासूम की मौत नहीं होती।
मोबाइल से जलभराव का वीडियो बना रहा था अमित
पड़ोसी शिल्पी मित्तल ने बताया कि सुबह सभी लोग बालकनी में खड़े होकर बंद पड़े नाले के कारण हो रहे जलभराव की ही बात कर रहे थे। अमित मोबाइल से जलभराव की वीडियो बना रहा था, इसी दौरान वह करंट की चपेट में आ गया। यह देख सर्वोदय नगर बिजली घर फोन कर सप्लाई बंद करवाई और अमित को लोहिया अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी।
इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह के मुताबिक, अमित कुमार कुशवाहा कक्षा चार का छात्र था। यहां किराए के मकान में मां और बहन नैंसी के साथ रहता था। परिचित मनोज कुमार प्रसाद ने बताया कि पिता राजेश कुमार प्रसाद दुबई में काम करते हैं। परिवार के अन्य लोग बिहार में रहते हैं।
बंद पड़ा है नाला
पड़ोसी राजन ने बताया कि हल्की सी बारिश में इलाके में पानी भर जाता है। नगर निगम की तरफ से नाला भी साफ नहीं करवाया जाता है। ऊपर से नाले को बंद कर रखा है। दुकान और घरों में पानी भर जाने के कारण हर वक्त जान का खतरा बना रहता है। अगर पानी न रुका होता तो खंभे से करंट नहीं उतरता।
बिजली कर्मचारियों ने साधी चुप्पी
स्थानीय लोगों ने बताया कि करंट उतरने की बात कहने पर बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई थी। कुछ लोग मौके पर भी आए थे। उनसे करंट उतरने का कारण पूछा गया, तो चुप्पी साधते हुए निकल गए।