Move to Jagran APP

'हरित क्रांति से कृषि उत्पादन बढ़ना आधा सच', CM योगी ने कहा- हमारी धमनियों में घुसने लगा है फर्टिलाइजर का जहर

प्राकृतिक खेती के विज्ञान पर क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि कार्य में अत्यधिक फर्टिलाइजर के उपयोग का परिणाम यह है कि देश के कुछ राज्यों को कैंसर ट्रेन चलानी पड़ रही है। सीएम योगी ने कहा कि देश में कई इलाके ऐसे भी थे जहां प्राकृतिक ढंग से भी कृषि उत्पादन अधिक था।

By Anand Mishra Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 19 Jul 2024 03:50 PM (IST)
Hero Image
प्राकृतिक खेती के विज्ञान पर क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हरित क्रांति से कृषि उत्पादन बढ़ा जरूर है लेकिन यह अधूरा सच है। आज फर्टिलाइजर की अधिकता के कारण 'धीमा जहर' हमारी धमनियों में घुस रहा है। ये दुष्प्रभाव केवल मनुष्यों पर ही नहीं पड़ा है, बल्कि पशु-पक्षी भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। प्राकृतिक खेती के विज्ञान पर क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि कार्य में अत्यधिक फर्टिलाइजर के उपयोग का परिणाम यह है कि देश के कुछ राज्यों को 'कैंसर ट्रेन' चलानी पड़ रही है।

सीएम योगी ने कहा कि देश में कई इलाके ऐसे भी थे जहां प्राकृतिक ढंग से भी कृषि उत्पादन अधिक था। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें बीज से लेकर बाजार तक कृषि उत्पादों के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में जल्द ही एक कृषि विश्वविद्यालय को प्राकृतिक खेती के लिए समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें 17वीं और 18वीं सदी के भारत के उन प्रांतों में प्राकृतिक खेती से होने वाले उत्पादन दर को भी देखना होगा जब धरती अपने प्राकृतिक स्वरूप में थी और अन्न उत्पादन भी ज्यादा था। हमें खेती को लेकर पिछले सौ-डेढ़ सौ वर्ष में जो पढ़ाया गया है, उसमें और पुराने समय के विज्ञान में कितना अंतर है यह जानने के लिए हमें इतिहास के पन्नों को फिर से पलटना होगा।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, लद्दाख के कार्यकारी सभासद कृषि स्टेनजिन चोस्फेल, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ देवेश चतुर्वेदी, केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव कृषि एवं किसान कल्याण डॉ योगिता सहित विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण, विशेषज्ञ और प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।

गाय भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही अत्यधिक फर्टिलाइजर वाला चारा

सीएम योगी ने कहा कि फर्टिलाइजर का दुष्प्रभाव केवल मनुष्यों में ही नहीं देखने को मिल रहा बल्कि पशु-पक्षी भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमरोहा में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल में 12 से 14 गाय अचानक मर गईं, जब हमने वहां विशेषज्ञ भेजे तो ये पता लगा कि चारे में बड़े पैमाने पर फर्टिलाइजर मिला था, जिसके कारण उनकी मौत हुई। हमें समझना होगा कि जब गाय अत्यधिक फर्टिलाइजर को बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है तो मनुष्य की स्थिति क्या होगी।

गांव-गांव में युवा किडनी, हार्ट और कैंसर से हो रहे प्रभावित

सीएम योगी ने कहा कि उनके पास मुख्यमंत्री राहत कोष से इलाज के लिए बड़ी संख्या में लोग धन की मांग करते हैं, इसमें सर्वाधिक मामले कैंसर के होते हैं। आज से कुछ साल पहले इतनी भयावह स्थिति नहीं थी। आज गांव-गांव में युवाओं में कोई किडनी, कोई हार्ट तो कोई कैंसर से पीड़ित हो गया है। इसका कारण है कि हमारा खानपान कहीं न कहीं प्रभावित हुआ है। जिसने नई-नई बीमारियों को जन्म दिया है। इससे बचाव का नया मंत्र पीएम मोदी ने प्राकृतिक खेती का दिया है।

सर्टिफिकेशन लैब्स को अपग्रेड कीजिए, धन सरकार देगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें बीज से लेकर बाजार तक कृषि उत्पादों के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखना होगा। यूपी में इसके लिए बड़ी संभावना है। हमारे पास अभी चार कृषि विश्वविद्यालय हैं, पांचवां बनने जा रहा है। 89 कृषि विज्ञान केंद्र हैं और दो केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय हैं। हमें प्राकृतिक खेती के सर्टिफिकेशन के कार्यक्रम को तेज गति से आगे बढ़ाना है। हमने प्रदेश के कृषि विश्वविद्यलयों को कह दिया है कि सर्टिफिकेशन लैब्स को अपग्रेड कीजिए, धन सरकार देगी।

यह भी पढ़ें: ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज से पूरी दुनिया चिंतित, मानव जाति के अस्तित्व पर खतरा: शिवराज सिंह

यह भी पढ़ें: यूपी में खाने-पीने की दुकानों पर लगानी होगी 'नेमप्‍लेट', कांवड़ यात्रा मार्ग को लेकर सीएम योगी का बड़ा फैसला

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।