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Ayodhya Master Plan 2031 की तैयारी को CM योगी आदित्यनाथ ने परखा, कहा- नगरीय विकास का माडल होगी रामनगरी

Ayodhya Master Plan 2031 सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या नगर महायोजना 2031 को तैयार करने के कार्यों की अब तक की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप धर्मनगरी अयोध्या का समग्र विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में है।

By Rajeev DixitEdited By: Umesh TiwariUpdated: Tue, 29 Nov 2022 07:23 AM (IST)
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Ayodhya Master Plan 2031: सीएम योगी आदित्यनाथ ने की अयोध्या महायोजना 2031 की तैयारी की समीक्षा

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या को नगरीय विकास के माडल के तौर पर विकसित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में कामन बिल्डिंग कोड लागू करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है। यह कहते हुए कि एक जैसे और एक रंग के भवन होने से इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के सौंदर्य में वृद्धि होगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या नगर महायोजना 2031 को तैयार करने के कार्यों की अब तक की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप धर्मनगरी अयोध्या का समग्र विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में है। देश-दुनिया के लोग दिव्य, भव्य, नव्य अयोध्या के दर्शन को आतुर हैं। अयोध्या के विकास के लिए 84 कोसी शास्त्रीय सीमा को आधार बनाते हुए उन्होंने अयोध्या विजन डाक्यूमेंट में तय कार्ययोजना का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कहा।

ईज आफ लिविंग महायोजना का आधार

वर्तमान में करीब साढ़े पांच लाख की नगरीय आबादी वाले अयोध्या नगर की जनसंख्या वर्ष 2031 तक 11-12 लाख होने का अनुमान है। यहां देेश-दुनिया से श्रद्धालुओं-पर्यटकों का आवागमन भी बढ़ रहा है। ऐसे में भविष्य की आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए इसकी महायोजना तैयार की गई है। मुख्यमंत्री ने ईज आफ लिविंग को महत्वपूर्ण संकल्प के रूप में महायोजना का आधार बनाने का निर्देश दिया।

रामायण के महान चरित्रों के नाम पर चौराहे

उन्होंने कहा कि अयोध्या चौक विकास की कार्ययोजना में रामनगरी की संस्कृति, लोकाचार, इतिहास और यहां के विकास से संबंधित भविष्य की महत्वाकांक्षी रूपरेखा के बीच सामजंस्य होना चाहिए। उन्होंने अयोध्या के सभी चौराहों के नाम त्रेतायुगीन ऋषियों, विदुषी नारियों, रामायण के महान चरित्रों के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा।

हर हाल में रोकें अनियोजित विकास

सीएम योगी ने महायोजना के प्रस्तावों के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न क्षेत्र के जोनल प्लान तैयार करने के लिए कहा। यह भी कहा कि शुरुआत में ही इन क्षेत्रों के जोनल प्लान तैयार कर विकास को नियोजित दिशा प्रदान की जाए जिससे वहां पर अनधिकृत निर्माण पर नियंत्रण हो सकेगा। उन्होंने अयोध्या में अनियोजित/अनियंत्रित विकास को प्रत्येक दशा में रोकने का निर्देश दिया। कहा कि ऐसी गतिविधियां स्वीकार नहीं की जाएंगी।

ग्रीन फ्यूल और ईको फ्रेंडली वाहनों पर जोर

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को क्लाइमेट फ्रेंडली शहर का रूप देना होगा। सरयू में चलने वाली बोट, स्टीमर आदि ग्रीन फ्यूल आधारित हों। श्रीरामजन्मभूमि परिसर के आसपास ईको फ्रेंडली वाहनों को प्रोत्साहित किया जाए।

अयोध्या आने वाली सड़कों पर प्रवेश द्वार

मुख्यमंत्री ने महायोजना 2031 के अंतर्गत अयोध्या शहर में आने वाले मार्गों-लखनऊ रोड, सुलतानपुर रोड, रायबरेली रोड, अम्बेडकर नगर रोड, गोरखपुर रोड तथा गोंडा रोड पर छह प्रवेश द्वार के निर्माण के लिए स्थलों का चयन कर समस्त मार्गों पर ट्रांसपोर्ट सुविधाओं को चिन्हित करने का निर्देश दिया।

पार्किंग के हों सुव्यवस्थित इंतजाम

महायोजना में नगर के यातायात और परिवहन की सुगम व सुचारु व्यवस्था के प्राविधान के साथ औद्योगिक तथा व्यवसायिक क्षेत्रों का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर के भीतर पार्किंग के सुव्यवस्थित इंतजाम हों। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों की सुविधा के लिए उनके वाहनों को आफ सीजन में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर से अधिकतम दो किलोमीटर पहले और और पर्व-त्योहारों के अवसर पर अधिकतम पांच किलोमीटर पहले ही पार्किंग की सुविधा दी जानी चाहिए। इसके बाद शटल बस, इलेक्ट्रिक वाहन की सुविधा उपलब्ध रहे। इस संबंध में बेहतर कार्ययोजना तैयार की जाए।

राम मंदिर के आसपास धार्मिक भू-उपयोग

सीएम योगी आदित्यनाथ ने महायोजना के अंतर्गत श्रीराम जन्मभूमि के आसपास के क्षेत्र को धार्मिक भू-उपयोग के रूप में प्रस्तावित करने के लिए कहा। यहां के प्राचीन कुंडों के संरक्षण की कार्ययोजना समयबद्ध रूप से पूरी करने के लिए कहा।

तैयार करें वाटर एक्शन व बैलेन्स प्लान

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में 24 घंटे पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वाटर एक्शन प्लान तथा वाटर बैलेन्स प्लान तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही, सीवर नेटवर्क को भूमिगत किए जाने तथा अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने का कार्य समयबद्ध रूप से पूरा करने पर जोर दिया। अयोध्या में ग्रीनफील्ड टाउनशिप से संबंधित विकास कार्यों का शुभारंभ यथाशीघ्र कराने के लिए कहा। आवास विकास परिषद से इस संबंध में तेजी की अपेक्षा है।

सीवेज ट्रीटमेंट क्षमता बढ़ाएं

अयोध्या में वर्तमान में 12 एमएलडी की क्षमता वाला एक उपचार संयंत्र है जो केवल अयोध्या क्षेत्र की करीब सवा लाख आबादी के लिए पर्याप्त है। वर्ष 2031 की अनुमानित जनसंख्या के अनुसार 109.95 एमएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की आवश्यकता होगी। अयोध्या में बंधे के नियकत जमथरा क्षेत्र में 33 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने मौजूदा 12 एमएलडी एसटीपी की क्षमता को बढ़ाते हुए 18 एमएलडी करने के लिए कहा। संपूर्ण विकास क्षेत्र में सीवर नेटवर्क को भूमिगत किया जाए।