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'उपद्रवियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दें', CM योगी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए क्‍या कहा?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। योगी ने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि उपद्रवियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दें। आने वाले त्योहारों का समय संवेदनशील है। प्रशासन व पुलिस के अधिकारी 24 घंटे अलर्ट रहें। टीम यूपी पूरी तत्परता बरते। डीएम-एसपी सुनिश्चित करें कि व्यवस्था बनाने में अधीनस्थ अधिकारी व्यापारियों का सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें।

By Alok Mishra Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 25 Oct 2024 10:21 AM (IST)
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उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यना‍थ।- फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बहराइच में प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन के सामने दीवाली और छठ पर शांति-व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। योगी ने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि उपद्रवियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दें। आने वाले त्योहारों का समय संवेदनशील है। प्रशासन व पुलिस के अधिकारी 24 घंटे अलर्ट रहें। टीम यूपी पूरी तत्परता बरते। कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की कोई शिकायत न आए।

डीएम व एसपी सुनिश्चित करें कि व्यवस्था बनाने में अधीनस्थ अधिकारी व्यापारियों का सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें। कहा, शरारती तत्व दूसरे संप्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जाए।

योगी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को आने वाले पर्वों के सुचारू आयोजन के लिए कड़े निर्देश दिए। सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव से त्योहारों के लिए उनकी विभागीय तैयारियों की जानकारी भी ली। कहा, कानून-व्यवस्था, सतत संवाद व सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम रहा है कि बीते वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति व सौहार्द पूर्ण माहौल में संपन्न हुए हैं।

बेहतर टीमवर्क व जनसहयोग का यह क्रम जारी रखा जाए। आने वाले दिनों में धनतेरस, अयोध्या दीपोत्सव, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई-दूज, देवोत्थान एकादशी, वाराणसी देव दीपावली व छठ महापर्व है। अयोध्या में पंचकोसी, 14 कोसी परिक्रमा, कार्तिक पूर्णिमा स्नान व मेलों का आयोजन भी इसी अवधि में है। शांति, सुरक्षा व सुशासन के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है।

अधिकारी पिछले अनुभवों से सीख लें और पुलिस व प्रशासन सहित अन्य विभागों के अधिकारी 24 घंटे अलर्ट रहें। यह सुनिश्चित करें कि सभी पर्व शांति व सौहार्द के साथ संपन्न हों। स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी प्रबंध किए जाएं। पिछले एक माह की गतिविधियों की समीक्षा की जाए और चिन्हित उपद्रवियों/अराजक तत्वों को पाबंद किया जाए। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों से पूरी सख्ती से निपटा जाए। यह हर्ष व उल्लास का समय है, इसमें उपद्रव स्वीकार नहीं किया जा सकता।

कहा, दीपावली के अवसर पर मां लक्ष्मी व मां काली की प्रतिमा की स्थापना की भी परंपरा है। अधिकारी प्रतिमा स्थापना कराने वाली संस्थाओं/समितियों से संवाद करें आैर संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए। दीपावली से पहले सभी समुदाय के धर्माचार्यों से संवाद व पीस कमेटी की बैठक कर ली जाए।

यह भी दिए निर्देश

  • सोशल मीडिया की सतत निगरानी हो। किसी भी भ्रामक सूचना का तत्काल खंडन किया जाए।
  • नेपाल सीमा से जुड़े जिलों की संवेदनशीलता को देखते बेहतर इंटेलिजेंस का प्रयास हो।
  • धनतेरस व दीपावली पर बाजारों में रहे कड़ी सुरक्षा। पैदल गश्त करें पुलिसकर्मी।
  • खाद्य पदार्थों की जांच की कार्रवाई तेज की जाए। पर जांच के नाम पर उत्पीड़न का प्रयास न हो।
  • पटाखों की दुकानें व गोदाम आबादी से दूर बनें। पटाखा दुकानों के पास पर्याप्त संख्या में दमकल वाहन रहें।
  • पटाखों की दुकान खुले स्थान पर लगवाई जाएं। उन्हें लाइसेंस/एनओसी समय से दे दी जाए।
  • पटाखों के अवैध भंडारण पर कठोर कार्रवाई की जाए।
  • उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को दीपावली से पूर्व मुफ्त सिलेंडर उपलब्ध हो जाए।
  • हर शहर में ट्रैफिक प्लान तैयार करें, जिससे बाजारों में जाम न लगे।
  • संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।
  • हर छोटी घटना को पूरी गंभीरता से लेकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
  • किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर डीएम-एसपी तत्काल मौके पर पहुंचे।
  • आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं, ट्रामा सेंटर अनवरत रूप से चलते रहें।
  • गांव व शहर सभी जगह चिकित्सकों की उपलब्धता रहे।
  • परिवहन विभाग ग्रामीण रुट पर बसों की संख्या बढ़ाए।

अयोध्या-वाराणसी में हो और बेहतर भीड़ प्रबंधन

योगी ने कहा कि अयोध्या में श्रीरामलला के विगृह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दीपोत्सव पड़ रहा है। इस बार दीपोत्सव में स्वाभाविक रूप से श्रद्धालुओं की उपस्थिति अपेक्षाकृत अधिक होगी। इसी प्रकार, 15 नवंबर को वाराणसी में देव-दीपावली मनाई जाएगी। दोनों ही आयोजनों में सुरक्षा व भीड़ प्रबंधन की और बेहतर व्यवस्था किए जाने का निर्देश दिया। कहा, दीपोत्सव व देव दीपावली की गरिमा के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाए।

स्वच्छता-सुरक्षा का मानक पर्व बने छठ

योगी ने कहा कि छठ पर्व को स्वच्छता व सुरक्षा के मानक पर्व के रूप में आयोजित किया जाए। छठ महापर्व पर पूजा/अनुष्ठान के दौरान पूरे प्रदेश में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। नगर विकास व पंचायती राज विभाग द्वारा विशेष प्रयास किये जाए। नदियां/जलाशय दूषित न हों। बेहतर यातायात प्रबंधन भी रहे।

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