CM Yogi Adityanath ने पीजीआइ में कहा- चिकित्सा की रीढ़ है नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ
माध्यमिक शिक्षा परिषद और क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया से हुआ चिकित्सा शिक्षा विभाग का करार। मुख्यमंत्री ने शनिवार को यूपी के 12 नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कालेज को मेंटर कालेज के रूप में सम्मानित किया। यह कालेज अन्य कालेजों के मुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 08 Oct 2022 05:11 PM (IST)
लखनऊ, संवादसूत्र। नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कालेज की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की नसीहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी। वह शनिवार को संजय गांधी पीजीआई परिसर स्थिति आडीटोरियम में मिशन निरामया: का शुभारंभ करने आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कालेज में फैकल्टी, लेबोरेटरी सहित अन्य मानक पर खरे उतरने वाले नर्सिग एवं पैरामेडिकल कालेज को ही मान्यता दें। किसी की कोई सिफारिश सुनने की जरूरत नहीं है। गुणवत्ता के लिए क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया करार हुआ, जो कालेजों की गुणवत्ता पर नजर रखेगा।
लंबे समय से उपेक्षित रहा नर्सिंग एवं पैरामेडिकल
माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच करार हुआ जो नर्सिंग एवं पैरामेडिकल को कैरियर के रूप में लेने के लिए मार्गदर्शन कराएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग एवं पैरामेडिकल चिकित्सा की रीढ़ है। यह क्षेत्र लंबे से समय से उपेक्षित रहा है। इसको मजबूत करने के लिए मिशन निरामयः शुरू किया गया है। डाक्टर मरीज को दो से तीन मिनट समय दे पाते है। वार्ड में पांच से 10 मिनट समय दे पाते है ऐसे में वार्ड में नर्स ही डाक्टर के निर्देश के अनुसार मरीज को दवा सहित अन्य देखभाल करती है। इनकी इलाज में अहम भूमिका है।
प्रशिक्षण के बाद मिलेगा रोजगार
नर्सिंग का क्षेत्र लड़कियों के सेवा और सुरक्षा के दृष्टि से अहम है। राज्य चिकित्सा शिक्षा मंत्री मयंककेश्वर शरम सिंह ने मिशन की सराहना की । मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने इससे उत्कृष्ठ नर्सेज एवं पैरामेडिकल स्टाफ तैयार होंगे। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद रोजगार की राह तैयार होगा। एक साल में बदलाव इस क्षेत्र में दिखेगा।