योगी आदित्यनाथ मोबाइल फोन के खतरे से सतर्क, अब कैबिनेट तथा CM की मीटिंग में बैन
योगी आदित्यनाथ ने मोबाइल फोन को बड़ा खतरा मानते हुए इसको कैबिनेट मीटिंग में बैन कर दिया है। उत्तर प्रदेश की कैबिनेट बैठक में अब कोई भी मंत्री मोबाइल फोन नहीं ला सकेगा।
By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Sat, 01 Jun 2019 05:13 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। मोबाइल फोन से डेटा हैकिंग तथा जासूसी के बढ़ते खतरे से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बेहद सतर्क हैं। योगी आदित्यनाथ ने मोबाइल फोन को बड़ा खतरा मानते हुए इसको कैबिनेट मीटिंग में बैन कर दिया है। उत्तर प्रदेश की कैबिनेट बैठक में अब कोई भी मंत्री मोबाइल फोन नहीं ला सकेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की हैकिंग और जासूसी को लेकर बेहद सतर्क हैं। उन्होंने इससे बचने के लिए कैबिनेट बैठक में किसी भी मंत्री को मोबाइल फोन लाने की अनुमति नहीं दी है। सभी मंत्री को बैठक कक्ष के बाहर ही अपना-अपना मोबाइल फोन जमा करना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज ही इस मामले में फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि कैबिनेट बैठकों के दौरान मंत्री के मोबाइल फोन नहीं लाएंगें। कैबिनेट बैठकों के दौरान अब मंत्रियों के मोबाइल फोन लाने पर पाबंदी लगा दी गई है। इससे पहले मंत्रियों को मोबाइल फोन लाने की अनुमति थी। उसे स्विच ऑफ या फिर साइलेंट अथवा एरोप्लेन मोड पर रखना होता था।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय से बैठक में मोबाइल फोन के उपयोग को गंभीरता से लिया। अब मंत्री के साथ अफसर भी मोबाइल फोन नहीं ला सकेंगे। इस संबंध में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने बाकायदा एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि लोक भवन स्थित मंत्रिपरिषद कक्ष के अंदर किसी भी शख्स द्वारा मोबाइल फोन न लाया जाए। सभी लोग सीएम के निर्देशों का पालन करें। यह पत्र उप मुख्यमंत्री, सभी कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री व राज्यमंत्रियों के निजी सचिवों को भेजा गया है। निजी सचिवों से कहा गया है कि वह यह निर्देश अपने अपने मंत्रियों के संज्ञान में ले आएं।
सीएम योगी आदित्यनाथ के सचिवालय से जारी आदेश में मंत्रियों को स्पष्ट कहा गया है कि अब सभी को कैबिनेट बैठक के दौरान अपना मोबाइल फोन बाहर जमा कराना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि मंत्रिमंडल की बैठकों में होने वाली चर्चा पूरी गंभीरता व बिना किसी व्यवधान के हो। नई व्यवस्था में मंत्रियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए टोकन की व्यवस्था की गई है। इसका जिम्मा सामान्य प्रशासन विभाग को दिया गया है। इसके तहत जब मंत्रिपरिषद कक्ष में मंत्रीगण कैबिनेट या फिर सीएम की किसी भी बैठक में जाएंगे तो वह मोबाइल फोन टोकन लेकर बाहर जमा कराएंगे। बैठक के बाद में कक्ष से बाहर आने पर टोकन के जरिए उसे वापस ले सकेंगे।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट बैठक के दौरान मंत्रियों के फोन बजने को देखते हुए फैसला लिया है। किसी का भी मोबाइल फोन अचानक बजने से बैठक में हर किसी का ध्यान भटकता था। यही नहीं बैठक के वक्त फोन पर आने वाले मैसेज पढऩे से अच्छा संदेश नहीं जाता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।