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सीएम योगी ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण, कहा- भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक हैं नेताजी

नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर सीएम योगी ने कहा नेताजी भारत के शौर्य और पराक्रम के प्रतीक रहे हैं और उन्होंने भारत के युवाओं को भारत के उस पराक्रम के साथ जोड़ने का काम किया है... हमारी सुरक्षा की रणनीति क्या होनी चाहिए इस स्थिति में सक्षम भारत हम सबके सामने है। पूरी दुनिया आज भारत को नए रूप में देख रही है।

By Agency Edited By: Vinay Saxena Updated: Tue, 23 Jan 2024 01:42 PM (IST)
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नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर बोलते सीएम योगी।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने युवाओं में ऊर्जा भरी। भारत की आजादी के आंदोलन के दौरान उन्होंने युवाओं को विदेशी हुकूमत के खिलाफ एकजुट करके लड़ने की नई प्रेरणा दी थी। न केवल भारत, बल्कि बाहर भी हमें देश की आजादी की लड़ाई को कैसे आगे ले जाना है, नेताजी ने उस समय इसकी गजब रणनीति तैयार की थी। आज उसी का परिणाम है कि जब हम भारत के बाहर जाते हैं तो बहुत सारी जगहों पर हमें नेताजी से जुड़े स्थल भी देखने को मिलते हैं। नेताजी भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक रहे हैं। नेताजी ने युवाओं का आह्वान करते हुए देश की आजादी की लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य किया।

सीएम योगी ने यह बातें मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद बोस की जयंती पर कहीं। उन्होंने परिवर्तन चौक स्थित नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।

नेताजी के दिए मंत्र की बदौलत सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार थे युवा

सीएम ने कहा कि नेताजी ने आजाद हिंद फौज का गठन किया। उन्होंने नौजवानों का आह्वान किया- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। देश की आजादी के इस मंत्र की बदौलत लाखों युवा सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार हो गए। युवा व हर भारतवासी आजाद हिंद फौज के नेतृत्व में लड़ी जाने वाली लड़ाई का हिस्सा बना। नेताजी ने न केवल भारत, बल्कि म्यांमार, सिंगापुर समेत दुनिया के अनेक देशों में इस लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य भी किया। यही कारण है कि हर भारतवासी नेताजी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव रखता है।

वर्ल्ड पावर के रूप में स्थापित हो रहा भारत

सीएम ने कहा कि सौभाग्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पावन जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में आयोजित करने और साप्ताहिक आयोजन को इससे जोड़ने का कार्यक्रम बनाया है। नेताजी भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक रहे हैं। उन्होंने युवाओं को भारत के पराक्रम से जोड़ने का कार्य किया है। आज जब 127वीं पावन जयंती पर उन्हें स्मरण कर रहे हैं तो आंतरिक व बाहरी सुरक्षा की रणनीति क्या होनी चाहिए, इन स्थितियों में अब हमारे सामने सक्षम भारत है। पूरी दुनिया नए भारत को देख रही है। भारत वर्ल्ड पावर के रूप में स्थापित हो रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत की वर्तमान स्थिति को पराक्रमी भारत के माध्यम से बढ़ने के प्रेरणास्रोत हैं।

कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन ही नेताजी का सम्मान

सीएम ने प्रदेश के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि मातृभूमि के लिए जो भी कर पाएंगे, वह कम होगा। आज की सबसे बड़ी आश्वयकता है कि हर व्यक्ति कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करे। यही नेताजी के प्रति सच्ची श्रद्धा व सम्मान होगा। कर्तव्यों के प्रति हमें आग्रही होना पड़ेगा, तभी पराक्रमी भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित कर पाएंगे। सीएम ने विश्वास जताया कि हमारे युवा नेता जी के आदर्शों का अनुसरण करेंगे।

इस अवसर पर महापौर सुषमा खर्कवाल, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, मोहसिन रजा, एमएलसी इंजी. अवनीश सिंह, बुक्कल नवाब, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम आदि मौजूद रहे।

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