यूपी विधानसभा में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को समझता है गुंडा
UP Budget Session 2021 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सांविधानिक प्रतीकों और प्रमुखों का सम्मान चुने गए जनप्रतिनिधियों का दायित्व होना चाहिए लेकिन इस मामले में हम लोग चूक करते हैं। सदन में परिपाटी अच्छे बननी चाहिए।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Thu, 25 Feb 2021 06:22 AM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में विधान मंडल के बजट सत्र के दौरान बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत संवाद है। आपस में सहमति और असहमति सभी के बीच हो सकती है, लेकिन संवाद की सिलसिला हमेशा चलता रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण विधानमंडल के लिए सरकार का एक दस्तावेज होता है। सरकार की उपलब्धियां और भावी योजनाएं इसके माध्यम से सदन में रखी जाती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के प्रति हदय से आभार जिन सदस्यों ने इसमें भाग लिया उन्हें भी ह्रदय से धन्यवाद। उन्होंने कहा कि सांविधानिक प्रतीकों और प्रमुखों का सम्मान चुने गए जनप्रतिनिधियों का दायित्व होना चाहिए, लेकिन इस मामले में हम लोग चूक करते हैं। परिपाटी अच्छे बननी चाहिए। राज्यपाल जब आती हैं तो सत्ता पक्ष और विपक्ष का दायित्व है वे उनका सम्मान करें। कोई भी प्रतिकूल टिप्पणी नहीं होनी चाहिए, लेकिन जैसा हुआ वह पीड़ा दायक है। सीएम योगी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सदन में एक नई परिपाटी बन गई है। उन्होंने कहा कि कभी विधायिका को लोग ऐसा न मान लें कि यह ड्रामा कंपनी है। कोई लाल टोपी, तो कोई नीली टोपी, तो कई पीली टोपी में सदन में दिखने लगी है। ऐसा तो कभी नहीं होता था।
इस दौरान सीएम योगी ने सदन में अज्ञेय की पंक्तियों के जिक्र किया- 'सर्प तुम कभी नगर नहीं गए, नहीं सीखा तूने वहां बसना, तो फिर कहां से विष पाया, कहां सीखा डासना।' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक वाकया सुनाते हुए कहा कि ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को गुंडा समझता है। उन्होंने कटाक्ष किया कि नेता प्रतिपक्ष यदि सदन में पगड़ी या साफा पहन कर आते तो ज्यादा अच्छा लगता। उन्हें इस प्रकार की चीजों से उन्हें परहेज करना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष को इस उम्र में टोपी लगाकर आना शोभा नहीं देता है। नेता प्रतिपक्ष अपने घर बलिया भी सीधे नहीं जाते। नेता प्रतिपक्ष को पता नहीं अयोध्या जाने से डर लगता है। नेता प्रतिपक्ष के बीमार होने पर हमने खुद लगातार संवाद किया। बीमारी के चलते ही मैने उनसे सदन में कम बोलने का निवेदन किया था।
कोरोना काल में अपने पास से आर्थिक मदद देने के लिए सभी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल मे किसी चीज की कमी नहीं होने दी। हमने 60 टेस्ट से दो लाख प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाई। यूपी में तीन करोड़ से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए। हमने कोरोना से निपटने के लिए मंत्री समूह के साथ टीम-11 गठित की। मौत एक भी बुरी होती है, लेकिन यूपी में मौत के आंकड़ों में बड़ी कमी आई है। सीएम ने कहा कि मैं मोदी जी का आभार जताता हूं, भारत सरकार ने पूरी मदद की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भी यूपी के कोरोना प्रबंधन को सराहा है। डब्ल्यूएचओ ने ऐसा करके पूरे यूपी के लोगो को सम्मानित किया है। एक बुजुर्ग महिला ने पूरे जीवन की पूंजी और मकान दान देने का निवेदन किया है। बुजुर्ग महिला ने अपने पूरे जीवन की पूंजी दान कर दी। पीपीई किट घोटाले के नाम पर भी सरकार पर आरोप लगाए गए। पीपीई किट की भारत सरकार की एचएनएल संस्था ने सप्लाई की। पीपीई किट की एसजीपीजीआई, केजीएमसी, आइआइटी कानपुर जैसे संस्थानों से जांच कराई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के एक व्यक्ति ने किसी जिले में पल्स आक्सीमीटर घोटाले का आरोप लगाया था, जिसकी भी हमारी सरकार ने जांच कराई। हमने दिल्ली के भी रेट मंगाए थे, जहां यूपी से महंगे दाम पर खरीद हुई। दिल्ली में महंगे दाम पर खरीद होने के बाद उस व्यक्ति की जुबान नहीं खुली। सीएम योगी ने कहा कि यूपी ने श्रमिकों और रिक्शे वाले के भरण-पोषण भत्ता भी दिया गया। भत्ते की राशि महत्वपूर्ण नहीं थी, डूबते को तिनके का सहारा ही बहुत होता है। हर गरीबों को माह में दो-दो बार राशन दिया गया। राजस्थान सरकार से मदद न मिलने के बावजूद हम कोटा से छात्रों को लेकर आए।कोरोना काल में बस चलाने वाले परिवहन निगम के चालको-परिचालकों का अभिनंदन करता हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कम्युनिटी किचन के जरिये करोड़ो फूड पैकेट घर-घर जाकर बांटे गए। कोरोना काल में स्वच्छता, स्वास्थ्य और पुलिस कर्मियों ने बेहतर काम किया। यूपी से गुजरने वाले हर व्यक्ति को उपलब्ध भोजन कराया गया। सिर्फ सरकार ने ही नहीं जनप्रतिनिधियों, राजनैतिक दलों और स्वयंसेवियों ने मदद की। उन्होंने कहा कि हम यूपी के रजिस्टर्ड मजदूर को देश-दुनिया में सामाजिक सुरक्षा देंगे। कोरोना को लेकर कोई गलत टिप्पणी करना अन्याय होगा। 100 एमएल का सैनेटाइजर 500-600 रुपये में पहुंच गया था। गन्ना विभाग ने सेनेटाइजर उत्पादन कराकर 27 राज्यों में भेजा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाम लिए बिना राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्हें यूपी के लोगों ने सांसद बनाया वह केरल जाकर यूपी के लोगों की खिल्ली उड़ा रहे हैं। कोरोना वैक्सीन भारत सरकार मुफ्त में उपलब्ध करा रही है, कुछ लोगों को भारत की उपलब्धि अच्छी नहीं लग रही है, एक नेता जो कई बार उत्तर प्रदेश से सांसद रहे हैं अब केरल में बैठकर कर खिल्ली उड़ा रहे हैं। अमेरिका के छात्रों से बात कर रहे हैं। मुख्य्यमंत्री के यह बोलते ही कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा किया, जिस पर मुख्य्यमंत्री ने कहा मैने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन इन पर एक कहावत चरितार्थ होती है चोर की दाढ़ी में तिनका। यूपी और अमेठी को कौन अपमानित कर रहा है, कोई कह रहा है। यहां के संगठनों से खतरा है यह कैसी विभाजनकारी राजनीति है। केरल सनातनी धरती है। आदिशंकराचार्य केरल में ही जन्मे थे।
सीएम ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी आएंगे तो मंदिर भी याद आने लगता है। कहते हैं वृंदावन को बचाओ, आप क्या बचाएंगे, कंस भी बाल भी बांका न कर पाया। उन्होंने कहा कि जब सेना बॉर्डर पर दुश्मनों को जवाब देती है, तो सेना को हतोत्साहित किया जाता है। आपके पास इटली जाने का समय था, अमेठी आने का नहीं। ये मानसिकता हम सबको चिंता में डालती है। कोविड के दौरान भी मुझसे एक हजार बस देने की बात कही गई। कांग्रेस महासचिव का पत्र आया कि एक हजार बस देना चाहती हूं। मैं खुश हुआ, लेकिन जब जांच कराई तो कोई स्कूटर तो कोई थ्री व्हीलर निकला। हर चीज में राजनीति नहीं करनी चाहिए। किसी के यहां दुखद घटना होगी और आप डीजे बजाएंगे तो कैसा लगेगा। महामारी के दौरान कांग्रेस ने भद्दा मजाक किया, जो उचित नहीं है। अमेठी जैसा हाल केरल में भी होगा, जिस पर फिर से सदन में हंगामा हुआ।
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