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UP Chakbandi Vibhag: चकबंदी मामलों में लापरवाही पर चला CM योगी का चाबुक, की गई ये बड़ी कार्रवाई

चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने गुरुवार को कौशांबी में तिहरे हत्याकांड में पट्टे की भूमि विवाद में लापरवाही पर चकबंदी अधिकारी समेत छह लोगों को निलंबित करते हुए कुल एक दर्जन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री की जीरो टालरेंस नीति के तहत भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Thu, 05 Oct 2023 09:26 PM (IST)
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सीएम योगी के कड़े रुख के बाद चकबंदी विभाग में बड़े स्तर पर की गई कार्रवाई।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। चकबंदी संबंधी मामलों के निपटारे में लापरवाही और अनियमितता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त नाराजगी का असर दिखने लगा है। सीएम योगी के कड़े रुख के बाद चकबंदी विभाग में बड़े स्तर पर आधा दर्जन जिलों के चकबंदी अधिकारी से लेकर लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

कौशांंबी में त‍िहरे हत्‍याकांड मामले में छह न‍िलंबि‍त  

चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने गुरुवार को कौशांबी में तिहरे हत्याकांड में पट्टे की भूमि विवाद में लापरवाही पर चकबंदी अधिकारी समेत छह लोगों को निलंबित करते हुए कुल एक दर्जन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री की जीरो टालरेंस नीति के तहत भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

कौशांबी में तिहरे हत्याकांड में पट्टे के भूमि विवाद में लापरवाही बरतने पर चकबंदी अधिकारी मिथिलेश कुमार, सहायक चकबंदी अधिकारी अफजाल अहमद खां, तीन चकबंदी लेखपाल शिवेश सिंह, शीलवंत सिंह, रवि किरन सिंह और चकबंदीकर्ता राम आसरे को निलंबित कर दिया है। वहीं, अनियमितता एवं अनुशासनहीनता पर चकबंदी अधिकारी देवराज सिंह की सेवा समाप्त कर दी गई है, जबकि एटा के सहायक चकबंदी अधिकारी सतीश कुमार को पदावनत करते हुए मूल वेतन पर नियुक्त किया है।

हरदोई के सहायक चकबंदी अधिकारी पर भी ग‍िरी गाज 

चकबंदी योजना तैयार करने में नियमों का उल्लंघन एवं लापरवाही पर शामली व हरदोई के सहायक चकबंदी अधिकारी अनंगपाल सिंह और गजराज को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि चकबंदी में गड़बड़ी की शिकायत पर गठित जांच निदेशालय की टीम की संस्तुति पर मऊ के चकबंदीकर्ता और चकबंदी लेखपाल को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, बस्ती और हरदोई के चकबंदी अधिकारी शरदचंद्र यादव और प्रेम प्रकाश भारती के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है। इसके साथ ही गोरखपुर के सेवानिवृत्त बंदोबस्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।

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बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 सितंबर को राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में लापरवाह और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सीएम योगी के निर्देश के बाद विभागीय स्तर पर ऐसे लोगों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है।

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इनके खिलाफ भी हुई सख्ती

चकबंदी आयुक्त ने बताया कि कुछ समय पहले प्रतापगढ़ के ग्राम शिवरा में चकबंदी में लापरवाही की शिकायत मिली थी। मामले की जांच के लिए निदेशालय स्तर से समिति का गठन किया गया था। समिति की रिपोर्ट के आधार पर चकबंदी अधिकारी ओमकार शरण सिंह के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इसी के साथ जौनपुर के उप संचालक चकबंदी अधिकारी सोमनाथ मिश्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जबकि तत्कालीन बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी शीतलेंद्र सिंह के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है। इसके अलावा पिछले एक माह में सात चकबंदी अधिकारी सुनील अग्रवाल, धीरेंद्रजीत सिंह, अच्छेलाल, कल्याण प्रताप सिंह, रमेश बाबू, ललित कुमार व रामकिशोर सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है।

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