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UP News: सीएम योगी का राहुल गांधी पर तंज, बोले- हमारी सरकार दे रही 'खटाखट' नौकरी

सीएम योगी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुआ कहा कि हमारी सरकार में युवाओं को खटाखट नौकरियां मिल रहीं हैं। यही असली खटाखट है। चुनाव के समय जिन मौसमी खटाखट वालों ने लोगों से साल भर में एक लाख रुपये और हर महीने 8500 रुपये बैंक खाते में खटाखट भेजने का वादा किया था अब वह गायब हैं। फिर चुनाव आएगा तो यह मौसमी नेता आपके सामने होंगे।

By Ashish Kumar Trivedi Edited By: Vinay Saxena Updated: Wed, 14 Aug 2024 08:17 AM (IST)
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।- फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कांग्रेस व सपा दोनों को कठघरे में खड़ा किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुआ कहा कि हमारी सरकार में युवाओं को खटाखट नौकरियां मिल रहीं हैं। यही असली खटाखट है। चुनाव के समय जिन मौसमी खटाखट वालों ने लोगों से साल भर में एक लाख रुपये और हर महीने 8,500 रुपये बैंक खाते में खटाखट भेजने का वादा किया था अब वह गायब हैं। फिर चुनाव आएगा तो यह मौसमी नेता आपके सामने होंगे। योगी ने लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 1,036 पदों पर नव चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटें।

आरक्षण के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि आरक्षित वर्ग के लोगों को सबसे ज्यादा सरकारी नौकरियां हमारी सरकार में मिलीं। सपा सरकार में वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के माध्यम से 26,394 पदों पर भर्ती की गई। तमाम गड़बड़ियां उजागर हुईं और कई पदों पर भर्ती की सीबीआइ जांच भी चल रही है।

इस भर्ती में सामान्य श्रेणी के 13,469 लोगों को नौकरियां मिलीं। वहीं ओबीसी श्रेणी के 6,964, एससी के 5,634 और एसटी श्रेणी के 327 युवाओं को नौकरियां मिलीं। अगर ओबीसी श्रेणी की बात करें तो यह 26.38 प्रतिशत ही है। योगी का इशारों-इशारों में बताया कि ओबीसी श्रेणी के लिए निर्धारित 27 प्रतिशत के कोटे से भी कम नौकरी दी गईं। वहीं एससी-एसटी श्रेणी को भी इसमें जोड़ दें तब भी यह 50 प्रतिशत से कम है।

वहीं दूसरी ओर बीते सात वर्षों में हमारी सरकार ने यूपीपीएससी के माध्यम से 46,675 पदों पर भर्ती की गई। ओबीसी श्रेणी के 17,929 लोगों की भर्ती हुई। यह 38.41 प्रतिशत है। वहीं एससी-एसटी श्रेणी के भर्ती युवाओं को भी जोड़ लें तो यह आंकड़ा 60 प्रतिशत तक है। ऐसे में अस्थिरता व अफवाह फैलाने वाले लोगों से आप हमेशा सावधान रहिए। यही नहीं भर्तियां भी खूब की गईं। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से सपा शासनकाल में 19,312 पदों पर भर्ती हुई। हमारी सरकार ने अभी तक 42,409 पदों पर भर्तियां की। सात वर्षों में विभिन्न सरकारी विभागों में छह लाख नौकरियां दी गईं।

योगी ने कहा कि पहले यूपी के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। दूसरे राज्यों में जाने पर लोग इन्हें नौकरी व किराए पर कमरा तक नहीं देते थे। बीते सात वर्षों में प्रदेश कई क्षेत्रों में अव्वल हुआ है और अब यहां के लोगों को हर जगह इज्जत मिलती है। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना, बीसी सखी , टेक होम राशन और अटल आवासीय विद्यालय जैसी योजनाओं का पूरे देश में लागू की जा रही हैं। सीएम कान्क्लेव हो या नीति आयोग की बैठक इन सभी में दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री चर्चा करते हैं कि यूपी का व्यक्ति वापस जा रहा है। वहां तेजी से रोजगार मिल रहा है। पहले यहां निवेश सपना था, अब तेजी से हो रहा है। सपा सरकार में अपराध चरम पर था और भ्रष्टाचार के कारण पहचान का संकट लोगों के सामने था। अब पहचान का संकट पैदा करने वाले यही लोग युवाओं को बहकाने आएं हैं, इनसे सावधान रहें।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा सरकार में भर्तियों में भाई-भतीजावाद और घूसखोरी से तंग आकर युवाओं ने यूपीपीएससी के बोर्ड पर एक जाति विशेष का नाम लिख दिया था। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, लघु सिंचाई, संस्थागत वित्त, सहकारिता, नगर एवं ग्राम्य नियोजन, सहकारिता, कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार व पर्यटन विभाग में सहायक शोध अधिकारी (सांख्यिकी), सहायक सांख्यिकी अधिकारी, मानचित्रकार, नक्शानवीस कनिष्ठ सहायक, लेखा लिपिक, मंडी पर्यवेक्षक श्रेणी-दो व मंडी निरीक्षक इत्यादि पदों पर भर्ती की गई है।

युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नहीं बचेंगे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले और महिला व व्यापारियों के साथ अपराध करने वाले लोगों को ऐसी सजा देंगे जो नजीर बनेंगी। उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ेंगे नहीं। हर विभाग में हो रही नियुक्तियों का पत्र इसीलिए मैं और विभागीय मंत्री बांटता हूं, क्योंकि यह साफ-सुथरी भर्ती व पारदर्शी भर्ती की गारंटी होता है।

विभाग डाटा एकत्र करने में न बरतें लापरवाही

योगी ने विभागों को निर्देश दिए कि वे कार्य करने के साथ-साथ आंकड़े भी एकत्र करते रहें। वर्ष 2019 में जब नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट आई तो जमीनी हकीकत के अनुसार रिपोर्ट नहीं थी। हम कई क्षेत्र में आगे थे लेकिन रिपोर्ट में पीछे दिखाया गया। जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में पूछताछ की तो पता चला कि आंकड़े ढंग से नहीं दिए गए। अब इसीलिए स्वास्थ्य विभाग में सहायक शोध अधिकारी (सांख्यिकी) के पद पर भर्ती की गई है।

नियुक्ति पत्र पाकर खिले युवाओं के चेहरे

स्वाधीनता दिवस के पहले सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र पाकर युवाओं के चेहरे खिल उठे। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा तोहफा कुछ नहीं हो सकता। मंडी निरीक्षक के पद पर चयनित वाराणसी की दीप्ति राय ने कहा कि योगी सरकार में भर्तियों में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। इसी पद पर चयनित प्रतापढ़ के शोभित श्रीवास्तव ने कहा कि पिछली सरकारों में तो गड़बड़ियों की वजह से भर्तियां अटक जाती थीं। अब समय पर परीक्षा व परिणाम आ रहे हैं। यही कहना सहायक शोध अधिकारी (सांख्यिकी) कविता विश्वकर्मा व मानचित्रकार पद पर चयनित दुर्गेश कुमार तिवारी का भी है

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