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सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- श्रेय और आलोचना से परे रहकर राष्ट्रधर्म को समर्पित है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर की पुस्तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वर्णिम भारत के दिशा-सूत्र के लोकार्पण समारोह को संबोधित किया

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Sat, 27 Feb 2021 07:10 AM (IST)
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम को संबोधित किया।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एक ऐसा संगठन है जिसने 96 वर्षों से बिना किसी सरकारी सहयोग के जीवन के हर उस क्षेत्र को छुआ है जो भारतीय दृष्टि को परिपुष्ट करता है। उसने अपनी सोच कभी किसी पर थोपने का प्रयास नहीं किया। संघ का सिर्फ यही आग्रह रहा है कि भारतीयता को भारतीय दृष्टि से देखिए। श्रेय और आलोचना से परे रहते हुए वह सिर्फ राष्ट्रधर्म को समर्पित है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर की पुस्तक 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: स्वर्णिम भारत के दिशा-सूत्र' के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना आपदा में प्रशासनिक मशीनरी को सेवा कार्यों के जरिये संबल देने के लिए सबसे पहले संघ आगे आया। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान आरएसएस ने जो सेवा कार्य किए, उसने देश और दुनिया में संघ के प्रति श्रद्धा और सम्मान बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस देश में पिछले 500 वर्षों से हर एक आस्तिक अयोध्या में जिस राममंदिर के निर्माण का सपना संजो रहा था, यह दृष्टि भी संघ ने दी कि लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करते हुए इस स्वप्न को साकार करना है। छह वैचारिक कुंभ का आयोजन कर उसने प्रयागराज कुंभ को सफलता की नई ऊंचाई दी। अपनी सेवा यात्रा के दौरान संघ ने चारों पुरुषार्थों के क्षेत्र में जो अतुलनीय कार्य किया है, वही उसकी पहचान है।

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