Move to Jagran APP

यूपी में विधानसभा उपचुनाव से पहले अपने पैर जमा रही कांग्रेस, पसमांदा मुसलमानों व अल्पसंख्यकों में बनाएगी पैठ

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में काग्रेंस को मिले जबरदस्त जनाधार के बाद पार्टी के साथ-साथ कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। कांग्रेस अब जाति आधारित गणना और आरक्षण के मुद्दे को लेकर पसमांदा मुसलमानों में पैठ बनाने के लिए अभियान चलाएगी। इसके लिए कांग्रेस मुख्यालय में 26 जुलाई को राष्ट्रीय भागीदारी के दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 22 Jul 2024 10:04 AM (IST)
Hero Image
पसमांदा मुसलमानों व अल्पसंख्यकों में पैठ बनाएगी कांग्रेस
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। जाति आधारित गणना और आरक्षण के मुद्दे को लेकर पसमांदा मुसलमानों में पैठ बनाने के लिए कांग्रेस द्वारा अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में 26 जुलाई को राष्ट्रीय भागीदारी दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग द्वारा किया जा रहा है।

लोकसभा चुनाव के परिणामों से उत्साहित कांग्रेस अब किसी भी वर्ग को अपने साथ जोड़ने में पीछे नहीं रहना चाहती है। अल्पसंख्यक विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह पसमांदा मुसलमानों के अलावा अल्पसंख्यकों, पिछड़ों व वंचित समाज के ज्यादा से ज्यादा नेताओं को पार्टी के साथ जोड़े।

शाहनवाज आलम ने की जाति आधारित गणना की मांग

अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने बताया कि पिछड़ों और वंचित समाज के युवाओं को नौकरियों में आरक्षण दिलाने के लिए जरूरी है कि पहले जाति आधारित गणना हो।

इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस दिशा में अभियान चलाने के लिए कांग्रेस के अल्पसंख्यक, ओबीसी और फिशरमैन विभाग की तरफ से संयुक्त रूप से राष्ट्रीय भागीदारी दिवस के मौके पर 26 जुलाई से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान के साथ प्रदेश भर के अल्पसंख्यक, पिछड़े और अति पिछड़े समाज के नेताओं को जोड़ा जाएगा।

इसे भी पढ़ें: यूपी में विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर, कांग्रेस में शुरू हुआ मंथन का दौर

इसे भी पढ़ें: Sawan 2024: काशी में बाबा विश्वनाथ के आंगन में लगी भक्तों की कतार, सावन के पहले सोमवार पर शिव रूप में हुआ श्रृंगार

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।