Move to Jagran APP

कांग्रेस को करारा झटका, नदीम अशरफ जायसी AAP में शामिल- अब बदलेंगे सियासी समीकरण

कांग्रेस से शुरू की थी सियासत बसपा सरकार में मिला था राज्यमंत्री का दर्जा। प्रदेश कांग्रेस के सात साल थे अध्यक्ष सितंबर 2016 में की थी कांग्रेस में पुन वापसी।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Mon, 24 Feb 2020 07:40 AM (IST)
Hero Image
कांग्रेस को करारा झटका, नदीम अशरफ जायसी AAP में शामिल- अब बदलेंगे सियासी समीकरण
अमेठी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अपने जन संवाद अभियान की शुरुआत के साथ ही आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पहला झटका दिया है। कांग्रेस के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री, पूर्व एमएलसी व यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमेठी निवासी मो. नदीम जायसी आप (आम आदमी पार्टी) में शामिल हो गए हैं। उनके साथ ही यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष चौधरी, पूर्व सचिव वतन सिन्हा और धनराज सोनकर ने भी कांग्रेस छोड़ दी। 

सात साल बाद एक बार फिर नदीम अशरफ जायसी ने उस पार्टी का दामन छोड़ दिया जिसके साथ उन्होंने सियासत की शुरुआत की थी। अमेठी के सियासत में नदीम के कांग्रेस से इतर जाने पर सियासी समीकरण में बदलाव आना तय है। कांग्रेस पर नदीम ने जो आरोप लगाए हैं उनकी गूंज आज नहीं तो कल अमेठी में सुनाई पड़ेगी, यह तय है। 

तिलोई विधानसभा के जायस कस्बे में जन्में नदीम अशरफ जायसी के परिवार की अपनी एक हैसियत है। नदीम के सियासी सफरनामे पर गौर करें तो वह प्रदेश कांग्रेस की यूथ विंग के 2001 में अध्यक्ष बने और 2007 तक बखूबी जिम्मेदारी का निर्वहन किया। 2007 में नदीम ने कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़ बसपा के साथी बने तो उन्हें बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया। 2012 तक उनका बसेरा बसपा रही। लेकिन विचारधारा से कांग्रेसी नदीम सितंबर 2016 में बसपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। जायस के साथ ही नदीम का जिले के दूसरे हिस्सों में भी ठीक-ठाक प्रभाव है। उनके आम आदमी पार्टी में जाने से जिले में आप को फायदा होना तय है। नदीम ने कहा कि कांग्रेस में अब कोई विचारधारा ही नहीं है। ऐसी स्थिति में गांधी व नेहरू की विचारधारा को मानने वालों को हर दिन पार्टी में अपमानित होना पड़ रहा है। मै गांधी की विचारधारा पर आगे बढ़ काम करना चाहता हूं, इसलिए कांग्रेस को अलविदा कहा हूं। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।