उत्तर प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस ने सपा के लिए छोड़ा मैदान, एक भी प्रत्याशी नहीं उतारने का एलान
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने इसका एलान करते हुए कहा कि हम इंडिया गठबंधन समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशियों को पूरी ताकत से जिताने का काम करेंगे। इस देश के संविधान और देश के मूल्यों को बचाने के लिए और भाजपा के हराने के लिए जनता के हित में यह आवश्यक निर्णय लिया गया।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने इसका एलान करते हुए कहा कि हम इंडिया गठबंधन समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशियों को पूरी ताकत से जिताने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि इस देश के संविधान और देश के मूल्यों को बचाने के लिए और भाजपा के हराने के लिए जनता के हित में यह आवश्यक निर्णय लिया गया है।
पार्टी के नेता भले ही इसे राजनीतिक दांव बताते हुए कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य भाजपा की हार बता रहे हैं पर पर्दे के पीछे कहानी कुछ और भी है। उपचुनाव में कांग्रेस की दावेदारी सिमटने के पीछे एक बड़ा कारण महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी माना जा रहा है। विधानसभा उपचुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान पर बुधवार रात सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विराम लगा दिया था। अखिलेश ने कहा, विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के संयुक्त प्रत्याशी सभी नौ सीटों पर सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर उपचुनाव लड़ेंगे।
‘बात सीट की नहीं जीत की है’
सपा प्रमुख ने बुधवार रात एक्स अकाउंट पर लिखा कि ‘बात सीट की नहीं जीत की है’ इस रणनीति के तहत ‘इंडिया गठबंधन’ के संयुक्त प्रत्याशी सभी नौ सीटों पर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ के निशान पर चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली में बुधवार रात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे व प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ उपचुनाव में अपनी भागीदारी को लेकर बैठक भी बुलाई गई थी। प्रदेश कांग्रेस ने पहले पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था।
हनक कम नहीं पड़ने देना चाह रही थी सपा
कांग्रेस भाजपा व रालोद के हिस्से रही सीटों पर पंजा लड़ाने की तैयारी में थी। पर सपा ने उसके सपनों पर पानी फेर दिया था। जिन नौ सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें सपा छह पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी थी। माना जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के तहत मध्य प्रदेश, हरियाणा व महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जिस तरह सीटों के बंटवारे में कांग्रेस ने सपा की अनसुनी की, कुछ उसी तरह उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में सपा अपनी हनक कम नहीं पड़ने देना चाह रही थी।
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