सिपाही ही निकला सॉल्वर… भर्ती परीक्षा में PAC का जवानों ने ही कर दिया फर्जीवाड़ा, पुलिस विभाग में खलबली
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में शनिवार को दो पुलिसकर्मियों को फर्जीवाड़ा करते हुए गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों पुलिसकर्मी फर्जी परीक्षार्थी बनकर परीक्षा देने आए थे। गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों में भगवान सिंह और गोविंद सिंह शामिल हैं। भगवान सिंह 45वीं वाहिनी पीएसी अलीगढ़ में तैनात है और गोविंद सिंह चौथी वाहिनी सचिवालय सुरक्षा बल (एसएसएफ) मथुरा में तैनात है।
जागरण संवाददाता, बलरामपुर। उत्तर पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर रहे दो पुलिसकर्मियों को महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद इंटर कॉलेज केंद्र पर बीते शनिवार को दबोच लिया गया। दोनों ही पुलिसकर्मी फर्जी परीक्षार्थी बनाकर परीक्षा देने के लिए आए थे।
पकड़े गए आरक्षियों की पहचान राजस्थान के धौलपुर जिले के राजाखेड़ा थाना अंतर्गत मोतीराम गांव निवासी भगवान सिंह और इसी थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव निवासी गोविंद सिंह के रूप में हुई है।
यह है पूरा मामला
45वीं वाहिनी पीएसी अलीगढ़ में तैनात भगवान सिंह अभ्यर्थी गजेंद्र सिंह की जगह परीक्षा देने आया था। चौथी वाहिनी सचिवालय सुरक्षा बल (एसएसएफ) मथुरा में तैनात गोविंद सिंह उसके सहयोग में आया था।पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि एमपीपी इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक को सूचना मिली कि अभ्यर्थी गजेंद्र सिंह अनुक्रमांक 1553758 का बायोमेट्रिक मिलान नहीं हो रहा है। अभ्यर्थी संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।
इस पर वहां तैनात पुलिस ने सख्ती से आईडी मांगी तो उसने बताया कि वह भगवान सिंह है, जो अभ्यर्थी गजेंद्र सिंह निवासी नघेरा थाना कौलरी राजस्थान के स्थान पर परीक्षा देने आया है, उसका साथी गोविंद सिंह केंद्र के बाहर है।
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पूछताछ में दोनों की पहचान यूपी पुलिस में तैनात आरक्षियों के रूप में हुई। एसपी ने बताया कि सॉल्वर बनकर भगवान सिंह व उसके सहयोगी आरक्षी गोविंद सिंह की रिपोर्ट यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड को भेज दी गई है। एमपीपी इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक की तहरीर पर दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा जा रहा है। इस घटना के बाद से पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। यहां चल रही पुलिस परीक्षा को लेकर केंद्रों पर सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
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