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सिपाही भर्ती: पेपर लीक होने की कोई सूचना नहीं, पहले दिन 32.45 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा

उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा शुक्रवार को 67 जिलों में कुल 1174 परीक्षा केंद्रों में हुई। परीक्षा में कड़े सुरक्षा प्रबंधों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से निगरानी के कारण पहले दिन ही 32.45 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा में सेंधमारी का प्रयास करने के आरोप में आगरा महाराजगंज व रायबरेली से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 24 Aug 2024 02:22 AM (IST)
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सिपाही भर्ती में कड़ी सुरक्षा के बीच 32.45 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सिपाही भर्ती परीक्षा में कोई भी गड़बड़ी न होने देने के पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के प्रयास अंतत: सफल रहे। शुक्रवार को भर्ती परीक्षा के पहले दिन कहीं से पेपर लीक होने की कोई सूचना नहीं सामने आई। 

परीक्षा में कड़े सुरक्षा प्रबंधों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से निगरानी का परिणाम यह रहा कि पहले दिन ही 32.45 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इनमें 20.88 प्रतिशत ऐसे थे, जिन्होंने प्रवेश पत्र भी डाउनलोड किया था। 

परीक्षा में सेंधमारी का प्रयास करने के आरोप में आगरा, महाराजगंज व रायबरेली से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जबकि को गोरखपुर पुलिस ने गुरुवार को बर्खाश्त महिला सिपाही पिंकी व उसके सहयोगी को अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर उनसे रुपये वसूलने के आरोप में पकड़ा था। दोनों को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। 

भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण के अनुसार सभी जिलों में शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा हुई है। दोनों पालियों में 61 संदिग्ध अभ्यर्थी भी सामने आए, जिनके फिंगरप्रिंट तथा आवेदनपत्र में भरे गए अन्य ब्योरे आधार कार्ड से मैच नहीं हुए। इन सभी से उनके पहचान पत्र व स्वप्रमाणित पत्र लेकर परीक्षा में शामिल कराया गया है।

8,19,600 अभ्यर्थियों ने डाउनलोड किए प्रवेश पत्र

उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती की लिखित परीक्षा 67 जिलों में कुल 1,174 परीक्षा केंद्रों में हुई। परीक्षा के पहले दिन दोनों पालियों में लगभग 9.6 लाख अभ्यर्थियों को शामिल होना था। इनमें 8,19,600 अभ्यर्थियों ने प्रवेश पत्र भी डाउनलोड किए थे, किंतु परीक्षा 6,48,435 अभ्यर्थियों ने ही दी। 

सिपाही भर्ती की परीक्षा पूर्व में 18 व 19 फरवरी को हुई थी, जिसका पेपर लीक हो गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उक्त परीक्षा निरस्त कर इसे पुन: आयोजित कराया जा रहा है। 

परीक्षा का निरीक्षण करने डीजीपी प्रशांत कुमार भी निकले। उन्होंने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज व राजकीय पालीटेक्निक का आकस्मिक निरीक्षण कर सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। डीजीपी ने कहा कि शुचितापूर्ण व नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए गए हैं। 

भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण के अनुसार, बोर्ड की मंशा किसी छोटी त्रुटि के चलते अभ्यर्थी को परीक्षा से वंचित करने की नहीं है। इसलिए सभी संदिग्ध अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की सघन जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

संदिग्ध क्यों हैं अभ्यर्थी

भर्ती बोर्ड ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से सभी अभ्यर्थियों की पड़ताल की है। लगभग 20,500 अभ्यर्थियों के आधार कार्ड व आवेदन पत्र में दी गई जानकारियों में भिन्नता है। ऐसे अभ्यर्थी संदेह के घेरे में हैं।

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