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यूपी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए बड़ा कदम, अब कंट्रोल रूम से रखी जाएगी नजर

उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग में कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। यह पूरे चौबीसों घंटे काम करेगा।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Wed, 28 Apr 2021 11:12 PM (IST)
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यूपी के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी सामने आ रही है। इस कमी को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इस कंट्रोल रूम से ऑक्सीजन सप्लाई पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा किसी भी प्रकार की जरूरत का तत्काल समाधान किया जाएगा। उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग में कंट्रोल रूम शुरू किया गया है। यह पूरे चौबीसों घंटे काम कर रहा है। इस कंट्रोल रूम से प्रत्येक जिले को ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण व ऑक्सीजन की किल्लत के बीच उत्तर प्रदेश सरकार एक बार फिर खुद को साबित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए है। ऑक्सीजन सप्लाई की ऑनलाइन मॉनीटरिंग प्रणाली भी कारगर साबित हो रही है। सूबे में बीते 24 घंटों में 600 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की रिकार्ड सप्लाई की गई है। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यूपी का ऑक्सीजन आवंटन कोटा भी बढ़कर लगभग 850 मीट्रिक टन हो गया है। रेल मार्ग से ऑक्सीजन लाने वाला यूपी पहला राज्य है। सूबे में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिये बिहार, उड़ीसा, बंगाल व झारखंड स्थित ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन लाने की व्यवस्था की गई है।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग में बने कंट्रोल रूम के जरिए इस पूरी व्यवस्था की आनलाइन मानीटरिंग की जा रही है। कम समय में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए खाली टैंकर को हवाई जहाज से रिफलिंग स्टेशन तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही अन्य राज्यों से होकर आने वाले टैंकर को ग्रीन कारीडोर बनाकर निर्धारित स्थान तक जल्द पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। अवस्थी का कहना है कि ऑक्सीजन सप्लाई में अलग-अलग माध्यमों से कुल 84 टैंकर लगाये गये हैं तथा अब तक छह ट्रेन चलाई जा चुकी हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि केंद्र सरकार ने भी प्रदेश को 70 मीट्रिक टन क्षमता के पांच नये टैंकर प्रदान किये हैं। प्रदेश के बाहर बोकारो जमशेदपुर से भी ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित कराई गई है। यूपी पहला राज्य है, जो ऑनलाइन मॉनीटरिंग सिस्टम के जरिए प्रदेश के हर कोने में ऑक्सीजन की सप्लाई कम समय में कराने का प्रयास कर रहा है। ऑक्सीजन सप्लाई में लगे सभी टैंकर चालकों को जीपीएस युक्त फोन उपलब्ध कराये गए हैं। ऑक्सीजन आडिट की व्यवस्था भी की गई है, जिससे दुरुपयोग को भी रोका जा सके। इसके लिये आइआइटी कानपुर ने खास साफ्टवेयर विकसित किया है। इस काम में आइआइएम लखनऊ, आइआइटी कानपुर व आइआइटी वाराणसी, एकेटीयू लखनऊ, एमएमटीयू गोरखपुर, एचबीटीयू कानपुर, एनएनआइटी प्रयागराज व एसजीपीजीआइ का भी सहयोग लिया जाएगा।

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