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Coronavirus lockdown : प्रयागराज में फंसे करीब दस हजार प्रतियोगी छात्रों को घर भेजेगी योगी सरकार

Coronavirus lockdown अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे करीब 9000 छात्रों को 300 बसों से दो राउंड में घर भेजा जाएगा।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Mon, 27 Apr 2020 08:08 PM (IST)
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Coronavirus lockdown : प्रयागराज में फंसे करीब दस हजार प्रतियोगी छात्रों को घर भेजेगी योगी सरकार
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लॉकडाउन में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने के लिए लगातार दिन-रात एक किये हुए हैं। अभी लगातार हरियाणा और अन्य राज्यों से श्रमिकों को ला रही सरकार ने कोटा की तरह ही प्रयागराज में पढ़ाई कर रहे दस हजार छात्रों को उनके गृह जिलों में पहुंचाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मानकों के पालन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में पंद्रह से पच्चीस हजार क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर हर जिले में बनाने के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा सोमवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के अधिकारियों के साथ की। लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी ने प्रयागराज में प्रदेश के अन्य जिलों के रहने वाले छात्रों को उनके गृह जिले में पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रयागराज के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को आदेश दिया गया है कि 300 बसों को तैनात कर सभी दस हजार छात्रों को उनके घर पहुंचा दिया जाए।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी बताया कि ये बसें प्रयागराज के तीन स्थानों से चलेंगी। पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के छात्रों को भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में इन्हीं बसों से अन्य जिलों में छात्रों को भेजा जाएगा। छात्र-छात्राओं की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर छात्र का पूरा ब्योरा रखा जाए।

साथ ही सीएम योगी ने कहा है कि हर जिले में 15,000 से 25,000 क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाएं।

बाहर हजार से अधिक श्रमिक लाए गए यूपी

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि हरियाणा से अब तक 12,200 श्रमिकों को यूपी लाया गया है। इसके लिए 328 बसें लगाई गईं। 26 अप्रैल को प्रदेश के चार बॉर्डर पर 9992 श्रमिक लाए गए। सहारनपुर के बॉर्डर पर 74, शामली बॉर्डर पर 55, बागपत बॉर्डर पर 47, मथुरा के बॉर्डर पर 63 और बुलंदशहर की सीमा पर 89 बसें हरियाणा से श्रमिकों को लेकर पहुंची हैं। इसके पहले 25 अप्रैल को 2224 श्रमिकों को लाया गया था। उन्होंने बताया कि आने वाले सभी श्रमिकों की मेडिकल जांच करा ली गई है। इसके बाद भी उन्हेें 349 बसों से संबंधित जिले के क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया जाएगा।

एक मई से फिर निश्शुल्क राशन वितरण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक मई 2020 से प्रदेश में निश्शुल्क खाद्यान्न वितरण शुरू करने को कहा है। हर जरूरतमंद को राशन उपलब्ध हो, इसकी निगरानी जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। इसका लाभ करीब 3 करोड़ 50 लाख राशन कार्डधारकों को मिलेगा।

सीएम ने सात जिलों के नोडल अधिकारियों से लिया फीडबैक

कोरोना संक्रमण की रोकथाम को 18 जिलों में विशेष नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी के नोडल अधिकारियों से फीडबैक लिया और दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पहले से बेहतर है। प्रति 10 लाख जनसंख्या पर संक्रमण और मृत्युदर अन्य राज्यों से कम है।

कोरोना योद्धा के रूप में शिक्षक भी होंगे प्रशिक्षित

कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही जंग में कोरोना योद्धा के रूप में जल्द ही शिक्षक भी नजर आएंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 से बचाव व उपचार के संबंध में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के स्तर के अधिकारी को दी जाए। डिगी व इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्यों व शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाए। इससे ये लोग आमजन को जागरूक कर सकेंगे। उन्होंने प्रधानाचार्यों सहित बेसिक, माध्यमिक, उच्च व तकनीकी शिक्षा से जुड़े लोगों को भी प्रशिक्षित किए जाने पर बल दिया।

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