Bahraich: प्रेमी युगल की चाहत पुलिस ने कराई पूरी, थाने में कराया निकाह
बहराइच में पुलिस ने प्रेमी युगल को एक कर दिया। परिजनों को मना कर पुलिस ने उनका निकाह थाने में ही करा दिया। प्रेमी-प्रेमिका ने साथ जीने-मरने की कसमें खाई। प्रेमी-प्रेमिका हंसी-खुशी थाने से एक होकर घर वापस हुए।
बहराइच, जागरण संवाददाता। प्रेमी-प्रेमिका ने साथ जीने-मरने की कसमें खाई। एक-दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंधने के लिए राजी रहे, लेकिन स्वजन में रजामंदी नहीं बन पा रही थी। दिकौलिया गांव की प्रेमिका अपने पिता के साथ बौंडी थाने तहरीर लेकर पहुंच गई। बताया कि रामगांव थाना क्षेत्र के तारापुर ग्राम पंचायत के भग्गूपुरवा गांव के एखलाक से उसका दो वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा है, लेकिन एखलाक के पिता जाकिर को यह रिश्ता मंजूर नहीं है।
पुलिस ने दोनों पक्षों को तलब किया। दोनों पक्षों को एक साथ बातचीत करने का मौका दिया। आपसी बातचीत के बाद दोनों पक्ष शादी के लिए रजामंद हो गए। फिर क्या था, थानाध्यक्ष गणनाथ प्रसाद ने तत्काल कस्बे से काजी अब्दुल कदीर को बुलवाया। प्रेमी-प्रेमिका काे थाने में ही निकाह पढ़वाया गया। पुलिस कर्मी इस शादी के गवाह बने। प्रेमी-प्रेमिका हंसी-खुशी थाने से एक होकर घर वापस हुए। एसआई वीरेंद्र सिंह शाही, विकास वर्मा, रामआशीष यादव, सर्वदेव सिंह, मुख्य आरक्षी रामेंद्र यादव, शिवसागर यादव, महिला आरक्षी बबिता यादव, अर्चना, आशा वर्मा आदि इस शादी की गवाह व संयोजक रहीं।
पहले भी दो प्रेमी युगल की दुनिया बसा चुकी है बौंडी पुलिस : 13 अगस्त 2022 को कैसरगंज इलाके के मरोठी गांव के रहने वाले मुहम्मद निसार ने तहरीर देकर बताया कि उसकी बेटी व बाराबंकी जिले के थाना महमूदपुर के पांडेय पुरवा गांव के रहने वाले सलाहुद्दीन की कुछ माह पूर्व बौंडी थाना क्षेत्र के नंदवल गांव में एक रिश्तेदारी में मुलाकात हुई थी।
मुलाकात के बाद दोनों में प्रेम हो गया। प्रेम प्रसंग में सलाहुद्दीन ने प्रेमिका से शादी का वादा कर लिया। इसके बाद सलाहुद्दीन अपनी बात से मुकर गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को तलब किया। आपसी बातचीत में एक बार फिर प्रेमी सलाहुद्दीन ने शादी का वादा किया, लेकिन प्रेमिका को भरोसा नहीं था। तत्काल पुलिस ने काजी को बुलवाया। थाने में ही प्रेमी–प्रेमिका के स्वजन व रिश्तेदारों के मध्य निकाह हुआ।
इसी तरह 16 जुलाई 2021 को बौंडी इलाके के जिहुरा माफी ग्राम पंचायत के ठकुरनपुरवा गांव की युवती का उसी गांव के शाहिद अली से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवती ने युवक के विरुद्ध थाने में तहरीर दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया। घंटों बाद निकाह पर सहमति बन गई। परिवारजन की मौजूदगी में थाने पर काजी बुलाए गए और निकाह पढ़ाकर पति-पत्नी के रूप में मान्यता दे दी गई।