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Lucknow Zoo: पशु प्रेमियों की पहली पसंद बने मगरमच्छ, भालू और कछुआ

Lucknow Zoo लॉकडाउन के बाद लखनऊ चिड़ियाघर प्रशासन ने यहां के पशु-पक्षियों को गोद लेने की अपील की थी। मार्च से अगस्त तक में लगभग 72 लाख रुपये की धनराशि लखनऊ चिड़ियाघर को मिल गई है ।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Sat, 14 Nov 2020 02:49 PM (IST)
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Lucknow Zoo : लॉकडाउन के बाद लखनऊ चिड़ियाघर प्रशासन ने यहां के पशु-पक्षियों को गोद लेने की अपील की थी।
लखनऊ, जेएनएन। Lucknow Zoo: नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में इस साल मगरमच्छ, भालू और कछुआ पशुप्रेमियों की पहली पसंद बने हैं। इस वर्ष सबसे ज्यादा मगरमच्छ व भालू को चार और कछुए को तीन लोगों ने गोद लिया है। बाघ के एक दिन की खुराक की राशि के अलावा पशुप्रेमियों ने सांप, चिंकारा, लंगूर, मोर, सरवल कैट, आदि वन्यजीव भी गोद लिए हैं। इसमें तमाम पशु-पक्षी भी शामिल हैं।

निदेशक आरके सिंह ने बताया कि इस साल सबसे अधिक संख्या में लोगों ने वन्यजीवों को गोद लिया है। शहर के लोगों ने इसमें काफी उत्सुकता दिखाई है। मैं सभी का इसके लिए धन्यवाद करता हूं। साथ ही अन्य लोगों से भी अपील करता हूं कि वो वन्यजीवों को इसी प्रकार गोद लें।

बता दें कि लॉकडाउन के बाद लखनऊ चिड़ियाघर प्रशासन ने यहां के पशु-पक्षियों को गोद लेने की अपील की थी। मार्च से अगस्त तक में लगभग 72 लाख रुपये की धनराशि लखनऊ चिड़ियाघर को मिल गई है। इसमें एचसीएल से 67.14 लाख से अधिक की धनराशि, एचएएल से 32 लाख रुपये की चार बैट्री ऑपरेटेड वाहन और दो प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीन शामिल हैं। साथ ही शहर के 34 वन्यजीव प्रेमियों ने 5.43 लाख से अधिक की धनराशि दी है। वन्यजीवों को गोद लेने वालों में वर्तमान और रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा युवा पशुप्रेमी और सरकार के एक पूर्व मंत्री शामिल हैं। लखनऊ चिड़ियाघर को हर महीने वन्यजीवों के भोजन और स्टाफ के वेतन के लिए लगभग एक करोड़ से अधिक की राशि की जरूरत पड़ती है।

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