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Cyber Fraud Prevention TIPS: बैंक खातों को डस रहा 'सोपोरा', कहीं आप भी न हो जाएं कंगाल ; यूं करें सिक्‍योर

Cyber Fraud Prevention TIPS सावधानी हटी तो होंगे कंगाल नए सॉफ्टवेयर से देश-विदेश में बैठे साइबर जालसाज उड़ा रहे लोगों की गाढ़ी कमाई। एटीएम में कार्ड लगाते ही एक्टिव हो जाते हैं यह शातिर जरा सी लापरवाही ग्राहकों पर पड़ रही भारी।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Wed, 03 Feb 2021 09:37 AM (IST)
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साइबर क्राइम सेल के विशेषज्ञों के राडार पर चीटर सोपोरा सॉफ्टवेयर। एक्‍सपर्ट ने बताया कैसे बचे। (प्र‍तीकात्‍मक फोटो)
लखनऊ [सौरभ शुक्ला]। Cyber Fraud Prevention TIPS: साइबर जालसाज आपकी गाढ़ी कमाई उड़ाने के लिए रोजाना नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ऑनलाइन उपलब्ध कई तरह के सॉफ्टवेयर इसमें उनके मददगार बन रहे हैं। जालसाज अब फ्रॉड के लिए सोपोरा नामक नया सॉफ्टवेयर अपना रहे हैं। इसके चलते साइबर क्राइम सेल के विशेषज्ञों के राडार पर यह सॉफ्टवेयर आ गया है। ऐसे काम करता है सोपोरा चीटर सॉफ्टवेयर...  

आप एटीएम बूथ में रुपये निकालने जाते हैं तो कई बार गलत कोड टाइप हो जाता है। उसी समय यह सॉफ्टवेयर हरकत में आ जाता है। आपके खाते की सारी डिटेल साइबर जालसाजों तक ऑनलाइन पहुंच जाती है। दोबारा जैसे ही आप कार्ड निकालकर पुन: एटीएम में डालकर सही कोड टाइप करते हैं और रुपये निकालते हैं, साइबर जालसाज आपका कोड ट्रैप कर लेते हैं। इसके बाद ये जालसाज आपके खाते को खाली करना शुरू कर देते हैं। 

अभी तक आपके खाते के बारे में जानकारी लेते थे जालसाज, अब सबकुछ ऑनलाइन: अब तक साइबर जालसाज किसी न किसी बहाने आपके खाते की जानकारी आपसे ही लेते थे। उसके बाद खाते से रुपये उड़ाते थे। सोपोरा अपडेटेड सॉफ्टवेयर है। मुरादाबाद पुलिस अकादमी के साइबर एक्सपर्ट मनीष गोयल ने इस सॉफ्टवेयर के बारे में काफी जानकारी जुटाई है। पता चला है कि देश-विदेश में बैठे साइबर जालसाज इस सॉफ्टवेयर की मदद से आपके खाते से आसानी से रुपये उड़ा रहे हैं।

सोपोरा से बचाएंगे ये उपाय: मुरादाबाद पुलिस अकादमी के साइबर एक्सपर्ट मनीष गोयल बताते हैं कि सोपोरा चीटर सॉफ्टवेयर से बचने के लिए लोगों को एटीएम बूथ पर विशेष सावधानी बरतनी होगी। यह सॉफ्टवेयर तभी काम करता है, जब आप एटीएम में पहले गलत कोड टाइप करते हैं। इससे बचने के लिए निम्न उपाय अपनाएं-

  • एटीएम मशीन में अगर गलत कोड टाइप हो जाए तो तुरंत कार्ड निकालकर सही कोड न डालें 
  • किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांजेक्शन कर लेने दीजिए, इसके बाद आप अपना ट्रांजेक्शन करें 
  • गलत कोड टाइप होने के बाद चाहें तो अपना कोड बदल दें
  • एटीएम स्क्रीन पर आने वाले किसी भी विज्ञापन को टच न करें
  • सही कोड डालने के दौरान ऊपर ट्रे पर हाथ लगा दें। अथवा चेक कर लें कि कहीं स्कीमर तो नहीं लगा है
यह भी जानें

  • 03 सौ से अधिक ऑनलाइन फ्रॉड के मामले वर्ष 2021 में लखनऊ के साइबर क्राइम सेल में दर्ज हुए अब तक
  • 35 सौ के करीब ऑनलाइन फ्रॉड के मामले वर्ष 2020 में साइबर क्राइम सेल में हुए थे दर्ज
  • 12 मामले ऑनलाइन फ्रॉड के रोजाना औसतन आ रहे साइबर क्राइम सेल में
  • 03 गुना साइबर फ्रॉड बढ़ा लॉकडाउन के दौरान लखनऊ में
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