अमन की मौत के मामले में दोषी चार पुलिसकर्मियों पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कार्रवाई की मांग की थी। शनिवार शाम को एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि उप्र की राजधानी लखनऊ के मुहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. आंबेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ पुलिस की बर्बरता से हुई मौत की घटना अति दुखद है। इस घटना से लोगों में रोष व्याप्त है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। विकास नगर सेक्टर आठ में शुक्रवार रात को आंबेडकर पार्क से जुआ खेलने के आरोप में पकड़े गए 25 वर्षीय दलित युवक अमन की पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में सियासत तेज हो गई है।
शनिवार शाम को बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की थी, वहीं रविवार को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद, मोहनलालगंज से सपा सासंद आरके चौधरी समेत अन्य विपक्षी दल के नेता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। सभी ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
पत्नी बोली- पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला
उधर, मृतक के घरवालों ने रविवार को भी खुर्रमनगर जाने वाली सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया। मृतक की पत्नी का आरोप है कि दोस्त की बेटी की बर्थडे पार्टी की तैयारी करा रहे उनके पति को पुलिस ने जबरन पकड़ा और उसकी पिटाई भी की, जिससे मौत हुई है।
परिवारीजन के प्रदर्शन और राजनीतिक दलों की मांग पर पत्नी की तहरीर पर एक नामजद विकास नगर थाने में तैनात सिपाही शैलेंद्र समेत अन्य चार पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया है। सभी पर गैर इरादतन हत्या की धारा लगाई गई है। सभी पर एससी-एसटी एक्ट की भी धाराएं लगाई गई हैं।
जुआ खेलने की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
विकासनगर सेक्टर आठ अंबेडकर पार्क में शुक्रवार देर रात जुआ खेले जाने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। मौके से पुलिस ने 25 वर्षीय अमन और उसके साथी को पकड़ा था और थाने लेकर आई तभी अमन बेसुध हो गया था। पुलिस वाले उसे अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। परिवारीजन का आरोप कि पुलिस ने अमन को बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी मौत हुई है। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। मौत की जानकारी मिलते ही परिवारीजन ने खुर्रमनगर जाने वाली सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
एक करोड़ के मुआवजे की मांग
पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। एक करोड़ रुपये मुआवजा, नौकरी और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की भी हो गई। मौके पर पहुंचे एडीसीपी उत्तरी जितेंद्र कुमार दुबे, एसीपी अनिद्य विक्रम सिंह समेत अन्य लोगों ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए समझाया। बावजूद इसके कोई नहीं माना। इस पर पुलिस ने खुर्रमनगर जाने वाले एक मार्ग को बंद कर दिया।
सीसी कैमरे में पैदल जाते दिखे पुलिसकर्मी
घटना से पहले का सीसी फुटेज सामने आया, जिसमें अमन और उसके दोस्त सोनू को पुलिसकर्मी हाथ पकड़कर आराम से पैदल ही ले जाते दिख रहे हैं। पीछे-पीछे अमन का परिवार और उनकी पत्नी रोती हुई दिख रही हैं। अमन की पत्नी का आरोप है कि पुलिसकर्मियों की पिटाई से अमन बेहोश हो गए थे। उधर, पुलिस का कहना है कि अमन जुआ खेल रहा था। दबिश दी गई और उसे गाड़ी में बैठाया जाने लगा तो वह बेहोश हो गया। अस्पताल लेकर पहुंचे तो डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
मायावती ने की कार्रवाई की मांग
अमन की मौत के मामले में दोषी चार पुलिसकर्मियों पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कार्रवाई की मांग की थी। शनिवार शाम को एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि उप्र की राजधानी लखनऊ के मुहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. आंबेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ पुलिस की बर्बरता से हुई मौत की घटना अति दुखद है। इस घटना से लोगों में रोष व्याप्त है।
दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई होने के साथ ही पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे। वहीं, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना सांसद चंद्र शेखर आजाद ने कहा, वह पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। सभी दलित संगठनों को आगे आना चाहिए। जिस तरह विवेक तिवारी हत्याकांड में मुआवजा और नौकरी दी गई, ठीक उसी तरह अमन के परिवार को सरकार सहायता दे। सीएम 50 लाख मुआवजा दें और सख्त कार्रवाई करें।
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