100 की रफ्तार में आई मौत, आइसक्रीम के ठेले वाले को रौंदकर फरार हुए युवक-युवतियां
लखनऊ में 1090 चौराहे के पास एक तेज रफ्तार कार ने आइसक्रीम विक्रेता को रौंद दिया और ई-रिक्शा चालक को टक्कर मार दी। हादसे में आइसक्रीम विक्रेता की मौत हो गई। कार सवार युवक और युवतियां मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। 1090 चौराहे के पास मंगलवार देर रात करीब दो बजे शराब के नशे में 100 की रफ्तार में कार दौड़ाते हुए आइसक्रीम विक्रेता को रौंद दिया। इसके बाद डिवाइडर को टक्कर मारते हुए ई-रिक्शा चालक को टक्कर मार दी।
हादसा होते ही कार सवार युवक और युवतियां मौके से फरार हो गए। गौतमपल्ली पुलिस ने आननफानन दोनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां आइसक्रीम विक्रेता 32 वर्षीय राजेंद्र यादव को मृत घोषित कर दिया।
अचानक ब्रेक मारने से हुआ हादसा
इंस्पेक्टर गौमतपल्ली ने बताया कि राजेंद्र मूल रूप से अयोध्या के मूराई पूरवा नेवरा का रहने वाले है। यहां जियामऊ में रहकर आइसक्रीम का ठेला लगाता था। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया कि पेट्रोल पंप के पास राजेंद्र ने ठेला लगा रखा था।
तभी देर रात दो बजे 1090 की तरफ से तेज रफ्तार में कार आ रही थी। पेट्रोल पंप के पास अचानक ब्रेक मारने से कार सवार अनियंत्रित हो गया। इसके बाद आइसक्रीम विक्रेता राजेंद्र को रौंदते हुए ई-रिक्शा चालक नीलमथा निवासी पंकज को टक्कर मार दी। हादसे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कार के एयरबैग खुलने बैग खुलने से कार चालक और उसकी महिला साथी की जान बच गई। वहीं, जब तक पुलिस पुलिस पहुंचती। तब तक कार चालक और उसकी महिला साथी मौके से फरार हो गए।
एसीपी हजरतगंज अरविंद वर्मा ने बताया कि राजेंद्र के पिता रामरूप यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों की तलाश के लिए सीसी कैमरों को खंगाला जा रहा है। जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी की जाएगी।
कार का बीमा भी हो चुका था खत्म
पुलिस ने बताया कि कार (यूपी 32 ईआर 3292) किसी राज मोहन अवधिया के नाम पर पंजीकृत है। कार का बीमा खत्म हो चुका था। ऐसे में पुलिस ने कार मालिक के घर का पता लगा लिया है। एक टीम चालक की तलाश में लगी हुई है।
नशे की हालत में थे दोनों कार सवार
स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के वक्त कार सवार दोनों शराब के नशे में थे, क्योंकि 1090 चौराहे की तरफ से बहुत रफ्तार में थे। अचानक ब्रेक लगने से पूरी घिसटते हुए कैंसर अस्पताल के पास तक पहुंच गई थी।
दो वर्ष से पत्नी के साथ रह रहे थे राजेंद्र
आइसक्रीम वेंडर जेपी यादव ने बताया कि दो वर्ष पहले राजेंद्र यहां आए थे। पत्नी और एक बेटे के साथ रह कर ठेला लगाते थे। देर रात घर लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गए। राजेंद्र को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
सारी योजनाएं हुई बेअसर
जी-20 रोड पर रफ्तार की वजह से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के बेटे की मौत हुई थी। उसके बाद कमिश्नरेट पुलिस ने जगह-जगह बैरियर लगाकर रफ्तार पर रोक लगाने का प्रयास किया था। वह योजना भी समय गुजरते ही ठंडे बस्ते में चली गई।
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