Deoria Murder Case: देवरिया हत्याकांड को लेकर अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा, उच्च स्तरीय जांच की उठाई मांग
अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा देवरिया की घटना शासन की विफलता और कहीं न कहीं प्रशासन की लापरवाही या संलिप्तता की वजह से घटित हुई है। काश मुख्यमंत्री जी के दुख प्रकट करने से लोगों का जीवन वापस आ जाता। एक उच्च स्तरीय जांच ही इस हत्याकांड की परतों के पीछे की परत उतार कर न्याय कर सकती है। ये जांच तत्काल हो।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Deoria Murder Case : यूपी के देवरिया जिले में एक साथ हुई छह हत्याओं ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं। साथ ही विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका भी दे दिया है। इस हत्याकांड को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर प्रशासन की लापरवाही या संलिप्तता को लेकर शक जताया है। वहीं, सीएम योगी दुख प्रकट करने को लेकर भी तंज कसा है। इसके साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ''देवरिया की घटना शासन की विफलता और कहीं न कहीं प्रशासन की लापरवाही या संलिप्तता की वजह से घटित हुई है। काश मुख्यमंत्री जी के दुख प्रकट करने से लोगों का जीवन वापस आ जाता। एक उच्च स्तरीय जांच ही इस हत्याकांड की परतों के पीछे की परत उतार कर न्याय कर सकती है। ये जांच तत्काल हो।''
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देवरिया में छह लोगों की हत्या
देवरिया के ग्राम पंचायत फतेहपुर के लेहड़ा टोला के रहने वाले साधु दुबे अपनी 10 बीघा भूमि गांव के दूसरे टोले के रहने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव को बेचकर उसके घर पर ही रहते थे। इसका विरोध साधु के भाई सत्य प्रकाश दुबे कर रहे थे। उसी को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था, लेकिन प्रेमचंद यादव की दबंग प्रवृत्ति के चलते सत्य प्रकाश दुबे दबते थे। हालांकि, कागजी कार्रवाई में पीछे नहीं रहे और हर जगह अपना पक्ष रखते रहे। यही विवाद चल रहा था, जो सोमवार के दिन छह लोगों की हत्या की वजह बन गई।
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सबसे पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई। इसकी जानकारी प्रेमचंद यादव के घर के लोगों को हुई। तुरंत दूसरे टोले से उसके परिवार के लोग सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे। इस दौरान हवाई फायरिंग की उसके बाद घर में घुस गए। घर में छिपे सत्य प्रकाश व उनके परिवार के एक-एक सदस्य को ढूंढकर ताबड़तोड़ धारदार हथियार से पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया। छह लोगों की हत्या की घटना में सिर्फ 35 मिनट का समय लगा।