मंगेश यादव एनकाउंटर पर डीजीपी प्रशांत कुमार का पहला बयान, पुलिस की कार्रवाई पर कही बड़ी बात
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सुलतानपुर में हुई पुलिस मुठभेड़ में मंगेश यादव की मौत को लेकर विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने निष्पक्ष होकर कार्रवाई की है और जाति देखकर एनकाउंटर किए जाने के आरोप निराधार हैं। इस मामले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस ने सरकार को घेरा है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सुलतानपुर में डकैती की घटना में शामिल रहे आरोपी मंगेश यादव की पुलिस मुठभेड़ में मौत को लेकर गरमाई सियासत के बीच डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि पुलिस ने पूरी तरह से निष्पक्ष होकर कार्रवाई की है। विपक्षी दल लगातार इस मामले करे लेकर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
जाति देकर एनकाउंटर किए जाने के आरोप के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि इस तरह की चीजें पुलिस नहीं करती। जब गोलियां चलती हैं, जिन पूर्व अधिकारियों व कर्मियों ने भी इस तरह की कार्रवाई का सामना किया है, उन्हें भी सब सच पता है। पुलिस पर लग रहे सभी आरोप निराधार हैं। ऐसी सभी बातों का मैं खंडन करता हूं।
कहा, पुलिस पूरी तरह से निष्पक्ष होकर कार्रवाई करती है। डीजीपी ने सोमवार को लखनऊ में 73वें अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 के उद्घाटन समारोह में मीडिया से बातचीत में पहली बार मंगेश यादव की मुठभेड़ में मौत के मामले को लेकर खुलकर पुलिस का पक्ष रखा।
अखिलेश ने उठाया था एनकाउंटर पर सवाल
सुलतानपुर में पांच सितंबर को हुई मुठभेड़ को लेकर सबसे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाए थे। कहा था कि जाति देखकर जान ली गई है। एक्स अकाउंट पर अखिलेश यादव ने अन्य कई गंभीर आरोप लगाए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अखिलेश यादव पर तगड़ा पलटवार किया था। योगी ने अंबेडकरनगर में आयोजित जनसभा में कहा था कि जब कोई डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो सपा को क्यों बुरा लगता है। सपा शासन में गुंडे-माफिया की समानांतर सरकार चलती थी। अंतर यह है कि पहले पुलिस भागती थी, अब अपराधी भागते हैं।
मुठभेड़ के इस मामले को लेकर कांग्रेस भी सरकार को घेर रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा व सपा दोनों काे नसीहत दी है।