यूपी में ई-खतौनी का कार्य हुआ पूरा, अब मिलेगी ऑनलाइन जानकारी
राजस्व विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश ई-खतौनी का काम पूरा कर लिया गया है। अब ग्रामीणों को आसानी से खतौनी से संबंधित जानकारी आसानी से मिल सकेगी। राजस्व परिषद के अध्यक्ष डॉ. रजनीश दुबे ने सोमवार सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों के साथ राजस्व कार्यों से संबंधित समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी की चकबंदी के गांवों को छोड़कर सभी में ई-खतौनी का कार्य हो गया है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राजस्व परिषद की तरफ से उत्तर प्रदेश में ई-खतौनी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके चलते ग्रामीणों को खतौनी की प्रविष्टियों के लिए अब छह वर्षों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बल्कि पूरी पारदर्शिता के साथ खतौनी से संबंधित ऑनलाइन जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
राजस्व परिषद के अध्यक्ष डॉ. रजनीश दुबे ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर राजस्व कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को राजस्व वादों के निस्तारण में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीमा स्तंभ अभियान और अभिलेखों के आधुनिकीकरण के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
दिसंबर तक पूरा होगा घरौनी का काम
इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि चकबंदी में शामिल गांवों को छोड़कर प्रदेश में ई-खतौनी का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा घरौनी के कार्यों की भी समीक्षा की गई।अधिकारियों ने बताया कि जिन गांवों में घरौनी का काम पूरा नहीं किया जा सका है, वहां पर सर्वे आफ इंडिया के सहयोग से मंडलायुक्तों की निगरानी में दोबारा ड्रोन सर्वेक्षण करवाया जा रहा है। घरौनी का काम इसी वर्ष दिसंबर तक पूूरा हो जाएगा।
बैठक में राजस्व को लेकर उत्कृष्ट कार्य करने वाले सात जिलाधिकारियों को आनलाइन प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें आगरा के जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी, मीरजापुर की जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, उन्नाव के जिलाधिकारी गौरांग राठी, सहारनपुर के जिलाधिकारी मनीष बंसल, रामपुर के जिलाधिकारी जोगेन्द्र सिंह, सुलतानपुर की जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना व जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के नाम शामिल हैं।
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