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ED ने अनी बुलियन के चार अधिकारियों से की पूछताछ, IFS निहारिका सिंह के बयान दर्ज करने से पहले तेज की गई जांच

माना जा रहा है कि जांच एजेंसी चारों आरोपितों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आइएफएस (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी निहारिका सिंह से अगले माह सवाल-जवाब करेगा। निहारिका सिंह को नोटिस देकर 10 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वह अनी बुलियन के मुख्य संचालक अजीत कुमार गुप्ता की पत्नी हैं और वर्तमान में इंडोनेशिया (बाली) के वाणिज्यिक दूतावास में तैनात हैं।

By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Fri, 23 Jun 2023 08:25 PM (IST)
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अनी बुलियन मामले में ईडी ने 2021 में मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर अपनी जांच आरंभ की थी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। ईडी ने लखनऊ जेल में बंद अनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी संतोष कुमार गुप्ता, धर्मेन्द्र कौशल, अजय उपाध्याय व अंजनी कौशल से लंबी पूछताछ की है। ईडी शनिवार को भी चारों से पूछताछ करेगा। मुख्य रूप से निवेशकों से रकम हड़पने के लिए अपनाए गए तरीकों और ठगी की रकम को दूसरी कंपनियों में ट्रांसफर किए जाने को लेकर सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। विशेष न्यायाधीश एंटी करप्शन सीबीआइ/पीएमएलए अजय विक्रम सिंह के आदेश पर ईडी चोरों आरोपियों के बयान दर्ज कर रहा है।

IFS निहारिका सिंह से अगले महीने पूछताछ कर सकती है जांच एजेंसी

माना जा रहा है कि जांच एजेंसी चारों आरोपितों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आइएफएस (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी निहारिका सिंह से अगले माह सवाल-जवाब करेगा। निहारिका सिंह को नोटिस देकर 10 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वह अनी बुलियन के मुख्य संचालक अजीत कुमार गुप्ता की पत्नी हैं और वर्तमान में इंडोनेशिया (बाली) के वाणिज्यिक दूतावास में तैनात हैं।

निहारिका सिंह के खाते में भी ट्रांसफर की गई थी ठगी की रकम

ईडी की जांच में सामने आया था कि ठगी की रकम निहारिका सिंह के खाते में भी ट्रांसफर की गई थी। ईडी को जांच के दौरान जानकारी मिली थी कि अनी बुलियन कंपनी में सक्रिय भूमिका निभाने वाले चार आरोपित वर्तमान में लखनऊ जेल में बंद हैं। कंपनी के मुख्य संचालक अजीत गुप्ता के साथ चारों के विरुद्ध प्रदेश के विभिन्न थानों में 33 मुकदमे दर्ज हैं।

ईडी ने मार्च 2021 में मनी लांड्रिंग के तहत दर्ज क‍िया था केस  

अनी बुलियन मामले में ईडी ने मार्च 2021 में मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर अपनी जांच आरंभ की थी। ईडी की जांच में सामने आया था कि अनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड व उससे जुड़ी कंपनी अनी बुलियन कमोडिटी ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड, अनी सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड ने निवेशकों को विभिन्न आकर्षक योजनाओं का झांसा दिया था। इन सहयोगी कंपनियों में ठगी की रकम ट्रांसफर कर बेनामी संपत्तियां जुटाई गई थीं।

आरोप‍ियों बयान र‍िकार्ड क‍िए गए 

सूत्रों का कहना है कि आरोपी संतोष कुमार गुप्ता, धर्मेन्द्र कौशल, अजय उपाध्याय व अंजनी काैशल ने निवेशकों को ठगने में एजेंट की भूमिका भी निभाई थी। वे कंपनी में सहायक प्रबंधक थे। उनके माध्यम से कई निवेशकों की रकम कंपनी की अलग-अलग योजनाओं में लगवाई गई थी। कंपनी के खातों से दूसरी कंपनियों के खातों में भेजी गई रकम तथा बेनामी संपत्तियों में निवेश को लेकर भी चारों से पूछताछ की गई है। आरोपियों के बयान रिकार्ड भी किए गए हैं।

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