ED ने हेलो राइड संचालकों की 5.35 करोड़ की और संपत्तियां की जब्त, बाइक-टैक्सी स्कीम का झांसा देकर की थी ठगी
ईडी ने हेला राइड कंपनी के संचालक अभय कुमार कुशवाहा नीलम वर्मा निखिल कुशवाहा राजेश पांडेय शकील अहमद रागिनी गुप्ता व अन्य के विरुद्ध मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था। हेला रोड संचालकों ने बाइक टैक्सी स्कीम चलाकर निवेशकों को आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर 72 करोड़ रुपये से अधिक रकम ठगी थी। ईडी ने कंपनी के निवेशकों की 5.3 करोड़ रुपये की और संपत्तियां जब्त की हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने निवेशकों से ठगी के मामले में हेलो राइड कंपनी के निवेशकों की 5.3 करोड़ रुपये की और संपत्तियां जब्त की हैं। ईडी के अनुसार, इनमें प्रयागराज, कानपुर व लखनऊ में स्थित 20 अचल संपत्तियां शामिल हैं। ईडी ने इससे पूर्व दिसंबर 2023 में हेला राइड के संचालकों की लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र स्थित 20 कृषि भूमि जब्त की थीं, जिनकी कुल कीमत 2.28 करोड़ रुपये थी।
ईडी ने हेला राइड कंपनी के संचालक अभय कुमार कुशवाहा, नीलम वर्मा, निखिल कुशवाहा, राजेश पांडेय, शकील अहमद, रागिनी गुप्ता व अन्य के विरुद्ध मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था। हेला रोड संचालकों ने बाइक टैक्सी स्कीम चलाकर निवेशकों को आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर 72 करोड़ रुपये से अधिक रकम ठगी थी।
निवेशकों ने 2019 में दर्ज कराया था मुकदमा
निवेशकों ने वर्ष 2019 में लखनऊ व अन्य जिलों में हेलो राइड संचालकों के विरुद्ध धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज कराए थे। ईडी ने उन मुकदमों को आधार बनाकर अपनी जांच शुरू की थी। सामने आया था कि कंपनी संचालकों ने एक बाइक में 61 हजार रुपये का निवेश करने पर एक वर्ष तक प्रतिमाह 9,585 रुपये का भुगतान किए जाने की आकर्षक योजना शुरू की थी। झांसे में आकर बड़ी संख्या में लोगों निवेश किया था और बाद में कंपनी संचालक भाग निकले थे। ईडी ने मामले में अब तक कुल 7.73 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं।
यह भी पढ़ें: पेपर लीक के मामले में कटघरे में थी योगी सरकार, अध्यादेश के जरिए दिया कड़ा संदेश; इस कारण नहीं कस पा रहा था शिकंजा
यह भी पढ़ें: UP Police Action: यूपी की राजधानी में चला पुलिस का हंटर, बीच सड़क अचानक 117 वाहनों का हुआ चालान, जानिए क्या है वजह