ED ने पूर्व IAS मोहिंदर सिंह को 5 अक्टूबर को फिर किया तलब, इस बार नहीं आए तो जब्त हो सकता है पासपोर्ट
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोएडा के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह को फिर से तलब किया है। इससे पहले उन्हें 25 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन वह नहीं आए थे। अगर वह इस बार भी जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं होते हैं तो उनका पासपोर्ट जब्त किया जा सकता है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोएडा के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले में पूर्व आइएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह को एक और नोटिस जारी कर पांच अक्टूबर को पूछताछ के लिए फिर बुलाया है। इससे पहले ईडी ने उन्हें 25 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था पर वह नहीं आए थे।
सूत्रों का कहना है कि ईडी पूर्व आइएएस व उनके परिवार की विदेश यात्राओं के बारे में भी जानकारी जुटा रहा है। पूर्व आइएएस से भी बीते 10 वर्षाें में की गई विदेश यात्राओं का ब्योरा मांगा गया है। दूसरी बार भी जांच एजेंसी के सामने न आने पर उनका पासपोर्ट जब्त कराए जाने की कार्यवाही भी शुरू हो सकती है। पूर्व आइएएस की पत्नी व अन्य स्वजन अमेरिका में हैं। जल्द कुछ अन्य आरोपितों को भी पूछताछ के लिए तलब किए जाने की तैयारी भी है।
ईडी ने हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (एचपीपीएल) के लोटस-300 प्रोजेक्ट के फ्लैट खरीदारों से ठगी के मामले की जांच कर रहा है। ईडी ने हाई कोर्ट के आदेश पर जांच शुरू की थी।
जांच एलेंसी ने 17 व 18 सितंबर को एचपीपीएल व क्लाउड नाइन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रहे सुरप्रीत सिंह सूरी, विदुर भारद्वाज, निर्मल सिंह, आदित्य गुप्ता, आशीष गुप्ता और नोएडा अथारिटी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोहिंदर सिंह व अन्य के ठिकानों पर छापा भी मारा था। मोहिंदर सिंह के आवास व लाकर से सवा पांच करोड़ का हीरा तथा 35 हीरों के सर्टिफिकेट व संपत्तियों से जुड़े कई दस्तावेज मिले थे।
ईडी एचपीपीएल को लीज पर दी गई जमीन व संपत्तियों को लेकर पूर्व आइएएस अधिकारी से पूछताछ करेगा। छापेमारी के दौरान भी उनसे लंबी पूछताछ की गई थी। बसपा सरकार में हुए बहुचर्चित स्मारक घोटाले में भी उनकी भूमिका जांच के घेरे में है।
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