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वोटर लिस्ट से यादव व मुस्लिमों के नाम काटने के आरोप पर चुनाव आयोग का अखिलेश को नोटिस, 10 नवंबर तक मांगा जवाब

UP News सपा प्रमुख अखिलेश यादव के मतदाता सूची से यादव और मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं को कम करने के आरोप को चुनाव आयोग गंभीरता से लिया है। आयोग ने अखिलेश यादव को 10 नवंबर 2022 तक विवरण प्रस्तुत करने को कहा है ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

By Umesh TiwariEdited By: Updated: Thu, 27 Oct 2022 05:49 PM (IST)
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चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
UP News: लखनऊ, जेएनएन। चुनाव आयोग (Election Commission) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को गुरुवार को एक नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आयोग ने अखिलेश यादव से यूपी में हर विधानसभा सीट पर मतदाता सूची से यादव और मुस्लिम समुदाय के लगभग 20,000 मतदाताओं को कम करने के आरोप को प्रमाणित करने के लिए सबूत पेश करने के लिए कहा है। आयोग की ओर से उन्हें 10 नवंबर तक का समय दिया है।

अखिलेश ने सार्वजनिक मंचों से लगाए थे आरोप

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चुनाव आयोग ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सार्वजनिक मंचों पर लगाए गए उनके आरोपों को साबित करने के लिए सबूत पेश करने के लिए कहा है कि चुनाव आयोग ने भाजपा के इशारे पर लगभग सभी यूपी विधानसभा क्षेत्रों में यादव और मुस्लिम समुदायों के मतदाताओं के 20,000 नाम जानबूझकर हटा दिए हैं। इसी को लेकर चुनाव आयोग ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को पूरा विवरण प्रस्तुत करने को कहा है, ताकि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

अखिलेश ने साजिश का लगाया था आरोप

बता दें कि 29 सितंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था। सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि चुनाव आयोग ने बीजेपी और उसके पन्ना प्रमुखों के निर्देश पर लगभग हर विधानसभा सीट पर यादवों और मुसलमानों के कम से कम 20,000 वोट का दिए हैं। कुछ लोगों को एक बूथ से दूसरे बूथ पर ट्रांसफर कर दिया गया है। जांच होगी तो सच सामने आ जाएगा।

पूरी मशीनरी लगा कर छीन ली सरकार

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी के सम्मेलन के दौरान यह भी कहा था कि उत्तर प्रदेश में जो सरकार बनी है, वह जनता की बनाई हुई नहीं है। यूपी में समाजवादियों की सरकार बन गई थी लेकिन इन लोगों ने पूरी की पूरी मशीनरी लगाकर आपकी सरकार छीनी ली है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने भाजपा के इशारे सपा के वोटरों के वोटर लिस्ट से नाम काटे।

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