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विकास दुबे से मंगेश यादव तक.... योगी राज में UP में कितने एनकाउंटर हुए, कितने कुख्यात हुए ढेर?

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में अपराधियों के खिलाफ पुलिस मुठभेड़ों का सिलसिला जारी है। पिछले सात वर्षों में 207 से अधिक अपराधी पुलिस की गोली लगने से मारे गए हैं और साढ़े छह हजार से अधिक घायल हुए हैं। इनमें से सर्वाधिक 66 अपराधी मेरठ जोन में मारे गए हैं। इस दौरान 17 पुलिस अधिकारी और कर्मी भी बलिदानी हुए। लगभग 1500 से अधिक घायल हुए हैं।

By Alok Mishra Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Thu, 05 Sep 2024 06:23 PM (IST)
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मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद गरमा गई है उत्तर प्रदेश की सियासत। जागरण

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। सुलतानपुर में डकैती के आरोपित मंगेश यादव को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराए जाने के बाद प्रदेश में सियासी पारा भी चढ़ा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।

पुलिस व अपराधियों के बीच हुई कई मुठभेड़ को लेकर खाकी की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं और पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को जांच का सामना भी करते रहे हैं।

इनामी बदमाशों को मार गिराने वाले पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित भी किया गया है। प्रदेश में अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत पुलिस व बदमाशों के बीच मुठभेड़ का सिलसिला जारी रहा है।

बीते सात वर्षाें में अब तक 207 अपराधी पुलिस की गोली लगने से मारे गए और साढ़े छह हजार से अधिक बदमाश घायल हुए। इनमें सर्वाधिक 66 अपराधी मेरठ जोन में मारे गए। बदमाशों से मुकाबले में अब तक 17 पुलिस अधिकारी व कर्मी बलिदान हुए और लगभग 1,500 से अधिक घायल हुए।

प्रयागराज में बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपित व माफिया अतीक अहमद (अब मृत) के बेटे असद व शूटर मु.गुलाम को पुलिस टीम ने 13 अप्रैल, 2023 को झांसी में मार गिराया था। बहुचर्चित बिकरू कांड का मुख्य आरोपी व हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे भी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।

बीते स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश के 17 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति का वीरता पदक प्रदान किया गया। इनमें असद व गुलाम को मार गिराने वाले दो पुलिस उपाधीक्षकों समेत छह पुलिसकर्मी भी शामिल थे।

गौतमबुद्धनगर में एक लाख के इनामी बदमाश मेहरबान, बिजनौर में ढाई लाख के इनामी बदमाश आदित्य राणा उर्फ रवि तथा कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड में शामिल रहे प्रवीण दुबे उर्फ बउवा को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने वाले पुलिसकर्मियों को भी वीरता पदक प्रदान किया गया था।

बिकरू गांव में तीन जुलाई, 2020 को हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला बोल दिया गया था, जिसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी बलिदान हो गए थे।

22 मार्च, 2017 से अब तक प्रदेश में पुलिस व बदमाशों के बीच लगभग 12,525 मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें लगभग 27 हजार अपराधी पकड़े गए। मेरठ के बाद वाराणसी जोन में 21 व आगरा जोन में 16 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए हैं।

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