गली में नहीं थी जगह तो घर में लगा दिया ट्रांसफॉर्मर, यूपी में अभियंताओं की कारस्तानी; बिजली विभाग भी चुप
यूपी से अभियंताओं की नई कारस्तानी सामने आई है। एक गली सकरी थी और वहां ट्रांसफार्मर लगाना था तो जगह नहीं मिलने पर प्रथम तल पर ट्रांसफार्मर लगाने की अनुमति दे दी गई। इसके बाद ट्रांसफार्मर घर के भीतर लगा दिया गया। माडल हाउस में यह ट्रांसफार्मर आज भी लगा है। ट्रांसफॉर्मर में आग लगी तो इस बारे में पता चला।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। विद्युत सुरक्षा निदेशालय की अनदेखी के कारण हुसैनगंज के अंतर्गत आने वाले माडल हाउस में चंद दिनों पहले आग लगी थी। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट था। भीषण आग के कारण लाखों का नुकसान हुआ था। जांच में पता चला कि जिस घर में आग लगी थी उसी परिसर के प्रथम तल पर ट्रांसफार्मर लगा है। बिजली विभाग की जांच में पता चला कि विद्युत सुरक्षा निदेशालय के तत्कालीन अवर अभियंता ने इसकी एनओसी दी थी।
यह एनओसी इसलिए दी गई थी कि गली सकरी थी और ट्रांसफार्मर रखने की जगह नहीं थी। इसलिए प्रथम तल पर ट्रांसफार्मर लगाने की अनुमति दे दी। वर्तमान में यह ट्रांसफार्मर घर के भीतर लगा है। सवाल खड़ा होता है कि निदेशालय ने घर के भीतर ट्रांसफार्मर लगाने की आखिर अनुमति क्यों दी? इसका जवाब अब न तो निदेशालय दे रहा है और न ही बिजली विभाग ठोस कार्रवाई कर रहा है।
ट्रांसफार्मर जान के लिए खतरा
माडल हाउस में यह ट्रांसफार्मर आज भी लगा है। ट्रांसफार्मर को रोकने के लिए चार इंच की दीवार बनाकर इसे घर से अलग करने का दावा किया गया है। प्रथम तल पर लगे ट्रांसफार्मर को बिजली अभियंताओं ने कैसे लगाया और विद्युत सुरक्षा निदेशालय ने किस दबाव में यह एनओसी दी?अगर आग की लपट ट्रांसफार्मर तक पहुंचती तो इसके फटने से कई लोगों की जान तक जा सकती थी। खासबात है कि निदेशालय इसे अपनी गलती न मानकर बिजली विभाग को जवाब दे रहा है कि जगह नहीं थी इसलिए घर के प्रथम तल पर लगा दिया। इसमें बिजली विभाग के तत्कालीन अवर अभियंता से लेकर अधिशासी अभियंता भी दोषी हैं। क्योंकि उन्होंने निदेशालय से न तो इसका विरोध किया और न ही कोई पत्राचार।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।ये भी पढ़ें -विद्युत सुरक्षा निदेशालय ने पत्र भेजकर बताया है कि तत्कालीन जेई ने सड़क पर स्थान न मिलने पर घर में ट्रांसफार्मर लगाने की एनओसी दी थी। मैं मामले को नियमानुसार जांच करवा रहा हूं, जो उचित होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। - आदर्श कुमार भारतीय, अधिशासी अभियंता, हुसैनगंज।