AKTU: एकेटीयू में परीक्षाएं कल से, इंटरनेट की व्यवस्था करें दुरुस्त; आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से होगी निगरानी
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) की 20 जुलाई से होने जा रही सम सेमेस्टर (सत्र 2020-21) की परीक्षाएं कल से हैं। आनलाइन माध्यम से शुरू हो रही परीक्षाओं के लिए इंटरनेट की व्यवस्था दुरुस्त कर लें।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) की 20 जुलाई से होने जा रही सम सेमेस्टर (सत्र 2020-21) की परीक्षाएं कल से हैं। आनलाइन माध्यम से शुरू हो रही परीक्षाओं के लिए इंटरनेट की व्यवस्था दुरुस्त कर लें। ताकि मंगलवार से शुरू हो रही परीक्षा के दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़ा। परीक्षा में करीब दो लाख छात्र शामिल हो रहे हैं।
एकेटीय के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए आॢटफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए परीक्षा के दौरान जिस कक्ष में छात्र बैठकर परीक्षा देगा, उस कक्ष में किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा, क्योंकि एआइ तकनीक से परीक्षा की निगरानी कर रहे परीक्षक तक इस बात की जानकारी तुरंत पहुंच जाएगी कि कक्ष में कोई और भी है। परीक्षा कक्ष में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि परीक्षार्थी को चेहरा कैमरे में स्पष्ट दिखाई दे। प्रॉक्टर्ड परीक्षा होने के कारण परीक्षा के दौरान विद्यार्थी की हर पल की मॉनीटरिंग रहेगी। इसलिए नकल करने का प्रयास न करें। नकल करते पाए जाने पर छात्र को परीक्षा दिए जाने से रोक दिया जाएगा। परीक्षार्थी यह भी सुनिश्चित कर लें जिस कमरे में बैठकर वह परीक्षा देंगे उसके आस पास की दीवार य मेज पर कुछ लिखा न हो और न ही कोई कापी य किताब हो। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
परीक्षा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- रफ काम के लिए सादा पेपर, पेन व पेंसिल आदि रख सकते हैं।
- परीक्षा के दौरान हर परीक्षार्थी को सामान्य कपड़े पहनने होंगे।
- परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर देना होगा।
- आनलाइन परीक्षा के सभी प्रश्न पत्रों में 50 प्रश्न और समय 90 मिनट निर्धारित किया गया है।
- प्रत्येक प्रश्नपत्र का सिर्फ एक ही उत्तर देना होगा।
- परिक्षाॢथयों को ऑनलाइन परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले लागिन होना होगा।
- परीक्षा में ऑनलाइन आब्जर्बर नियुक्त किये गये हैं, जो परीक्षा शुचिता पूर्ण सम्पन्न करवाने का काम करेंगे।
- परीक्षा में सिर्फ नॉन प्रोग्रामेबल कलकुलेटर का ही प्रयोग किया जा सकता है।
- यदि किसी छात्र के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो वह परीक्षा शुरू होने पहले इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित कर ले।
- यदि कोई विद्यार्थी अनुचित माध्यम का प्रयोग करता है तो उसे यूएफएम की श्रेणी में डाल दिया जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान की एक ऐसी व्यापक शाखा है जो मशीन को ऐसी दक्षता देती है, जिससे मशीन स्वयं सोचने समझने और निर्णय लेने मे सक्षम हो जाती हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता विकसित होने पर मशीन स्वयं समस्या की पहचान कर उसके हल के लिए सबसे सटीक उपाय को ढूंढ़ कर, समस्या का निदान करती है।