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Hello Doctor: बारिश में दूषित पानी पीने से बचें, ताजा भोजन रखेगा रोगों से दूर; इन बातों का रखें खयाल

Hello Doctor दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में बलरामपुर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजेश कुमार मौजूद रहे।

By Divyansh RastogiEdited By: Updated: Fri, 21 Aug 2020 02:42 PM (IST)
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Hello Doctor: बारिश में दूषित पानी पीने से बचें, ताजा भोजन रखेगा रोगों से दूर; इन बातों का रखें खयाल

लखनऊ, जेएनएन। Hello Doctor: बारिश का मौसम चल रहा है। वहीं, कोरोना के प्रकोप के बीच बारिश में डेंगू, मलेरिया और संक्रामक रोगों का खतरा भी बढ़ चुका है। ऐसे में, थोड़ी सी लापरवाही भी छोटे बच्चों के लिए खतरनाक हो सकती है। इस मौसम में बच्चे डायरिया के अलावा सर्दी, जुकाम, वायरल फीवर जैसे रोगों का शिकार भी हो सकते हैं। ऐसे में, घर में रहते हुए बच्चों को कैसे स्वस्थ रखा जाए और क्या सावधानियां बरती जाएं, पाठकों के ऐसे तमाम सवालों का जवाब देने के लिए गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में बलरामपुर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजेश कुमार मौजूद रहे।

सवाल : बच्चों को संक्रामक रोगों से कैसे बचाएं? ( देशराज सिंह राठौर, ओयल) 

जवाब: बच्चे का नियमित टीकाकरण कराएं। उसकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। पोषण का खास खयाल रखें। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग करें।

सवाल: बच्चों को डेंगू से कैसे बचाएं? (जैनब, खदरा)

जवाब: डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है इसलिये गजर के आसपास कहीं भी जलजमाव न होने दें। यह  दिन में और शाम को काटता है इसलिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। कूलर का पानी बदलते रहें। रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।

सवाल: मेरी डेढ़ साल की बेटी को सर्दी, जुकाम हो गया था, दोबारा न हो इसके लिये क्या करें? (अशोक कुमार सिंह, सीतपुर)

जवाब: नियमित बेटी का टीकाकरण कराते रहें। इसके अलावा चिकित्सीय परामर्श के अनुसार दवा लें। ताजा फल खिलाएं, काढ़ा देते रहें। रात को हल्दी वाला दूध पिलाएं। 

सवाल : डेढ़ साल की बेटी का वजन बहुत कम है, अभी 15 किलो है, क्या करूं? (शिवेन्द्र सिंह, अंबेडकरनगर)

जवाब : आपकी बेटी का वजन उम्र के अनुसार बिल्कुल सही है। पेट के कीड़े वाली दवा खिला दें ताकि उसकी भूख बढ़े। इसके अलावा दूध व दूध से बने प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ खिलाएं। 

सवाल : मेरी एक साल की बेटी है, बहुत दुबली है? (अनिल सिंह, अंबेडकरनगर)

जवाब: बेटी को अंडा, गुड़, ताजे फल, दूध और दूध से बने पदार्थ खिलाएं। दालें, दलिया आदि दें।

सवाल : मेरा बेटा 14 सल का है, 2014 में पीजीआइ में छोटी आंत का ऑपरेशन हुआ था, तब से हीमोग्लोबिन कम रहता है? (संतोष कुमार सोनकर, रायबरेली) 

जवाब: बेटे को फोलिक एसिड, आयरन, बी-कॉम्प्लेक्स का सिरप दें। यह सरकारी अस्पतालों में फ्री मिलता है। 

सवाल: मेरा बेटा साढ़े आठ साल का है, उसे अस्थमा है, ऐसे में कोरोना के लक्षणों का कैसे पता चलेगा? (शिल्पी, राजाजीपुरम)

जवाब : कोरोना में बुखार के साथ स्वास्थ्य तेजी से गिरता है, झटका, बेहोशी भी आ सकती है। खांसी, बुखार आम वायरल के भी लक्षण होते हैं। सोशल डिस्टेंस का पालन करें।

सवाल : मेरा बेटा 12 साल का है, फाइलेरिया व सर्दी-जुकाम से कैसे बचाएं? (नीरज शर्मा, अयोध्या)

जवाब : आजकल पूरा परिवार काढ़ा का प्रयोग करे, बच्चे को भी दीजिए। हल्दी वाला दूध, ताजे फल व सब्जी का जूस दें। घर में और आसपास जलजमाव न होने दें। मच्छरदानी का प्रयोग करें।

सवाल : मेरा बेटा 14 साल का है, तीन दिन से सूखी खांसी आ रही है, क्या करूं? (प्रणय गोयल, गोंडा)

जवाब : बेटे की अस्थमा की जांच कराएं। डॉक्टर से पूछकर इनहेलर का इस्तेमाल करें, गर्म पानी की भाप दिलाएं, सांस फूले या बुखार आए तो कोरोना की जांच कराएं।

सवाल : 15 महीने के बेटी है, सर्दी-जुकाम से कैसे बचाएं? (यशस्वी सिंह, अंबेडकरनगर)

जवाब : मां का दूध पिलाएं, काढ़ा बनाकर शहद मिलाकर चटाएं, गुनगुना पानी दें। हल्दी मिलाकर दूध दें।

सवाल : मेरा 14 महीने का बेटा है, पीठ पर 15 दिन से दाने व चकत्ते हैं, उंगली में भी हैं, क्या करें? (अजय कुमार शाही, लखीमपुर) 

जवाब: लक्षणों से लग रहा है कि बच्चे को खुजली है, डॉक्टर से सलाह लेकर खुजली की दवा दिलाएं। इसके अलावा नीम के पानी से नहलाएं, कपड़े धोकर धूप में सुखायें। एलिग्रा दवा खिलाएं यह एंटी एलर्जिक दवा है। शरीर पर कैलाड्रिल लोशन लगाएं।

सवाल : मेरे दो बेटे हैं, 12 व आठ साल के, दोनों को सर्दी, जुकाम, छींकें आ रही हैं? (राजकुमार, लखीमपुर खीरी)

जवाब: बच्चों को सुबह- शाम पांच एमएल एलिग्रा सिरप दे सकते हैं। सर्दी, जुकाम के लिए सरकार की ओर से प्रस्तावित काढ़ा दें, हल्दी का दूध, काढ़े में गिलोय के तने का प्रयोग करें।

इन बातों का रखें खयाल:

इस समय जलजनित, वेक्टर जनित, वायु जनित रोगों का खतरा रहता है। इस मौसम में दूषित पानी पीने से जलजनित रोग होते हैं। डायरिया, मियादी बुखार, हेपेटाइटिस-ए, पीलिया, दिमागी बुखार आदि रोगों का खतरा रहता है। ऐसे में, दूषित जल पीने से बचें। इस मौसम में उबालकर पानी पीने की कोशिश करें।

दूषित वायु से ड्रॉपलेट इंफेक्शन फैलता है जिससे निमोनिया, स्वाईन-फ्लू, कोविड भी हो सकता है इसलिए मास्क जरूर लगाएं, हाथों को बार-बार धोते रहें, सैनिटाइजर का प्रयोग करें।

वेक्टर बॉर्न डिसीज में डेंगू, मलेरिया, जापानी व अन्य इंसेफिलाइटिस, कालाजार, चिकनगुनिया, दिमागी बुखार होते हैं, इनसे बचने के लिए साफ-सफाई जरूरी है।

दिमागी बुखार के लिए टीका लगवाएं जो अस्पतालों में फ्री लगता है।