UP News: जेवर एयरपोर्ट के समीप स्थापित होगा एक्सपोर्ट हब, वाराणसी-झांसी समेत 11 जिलों में विकसित किए जाएंगे SEZ
उत्तर प्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए यूपी एग्रीज परियोजना के तहत जेवर एयरपोर्ट के पास एक्सपोर्ट हब स्थापित किया जाएगा। इस योजना के तहत यूपी के झांसी गाजीपुर वाराणसी समेत 11 जिलों में एसईजेड (स्पेशल इकोनामिक जोन) और विश्व स्तरीय हैचरी भी स्थापित की जाएगी। इस परियोजना से किसानों को काफी लाभ होगा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। किसानों की आय, कृषि उत्पादकता व इससे जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए यूपी एग्रीज परियोजना के तहत जेवर एयरपोर्ट के समीप एक्सपोर्ट हब स्थापित किया जाएगा। विश्व बैंक की मदद से संचालित होने वाली इस योजना के तहत एसईजेड (स्पेशल इकोनामिक जोन) और विश्व स्तरीय हैचरी स्थापित की जाएगी।
बता दें कि पिछले दिनों कैबिनेट ने यूपी एग्रीज परियोजना को स्वीकृति दी है। जेवर एयरपोर्ट के पास स्थापित होने वाले एक्सपोर्ट हब के जरिए मूंगफली, सब्जी, काला नमक चावल, तिल जैसे उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा।
मीट, बासमती चावल, फल-सब्जियां व खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर से जुड़े अन्य उत्पादों का निर्यात प्रदेश से पहले ही बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। फिलहाल 11 जिलों में एसईजेड विकसित किए जाने की योजना है। इनमें काला नमक चावल के लिए सिद्धार्थनगर और गोरखपुर में एसईजेड की स्थापना की जाएगी।
मूंगफली के झांसी में स्थापित की जाएगी एसईजेड
वहीं, मूंगफली के लिए झांसी, उरद के लिए ललितपुर, सब्जियों के लिए जौनपुर, भदोही, बनारस, गाजीपुर और बलिया में एसईजेड की स्थापना की जाएगी। वहीं, किसान समूहों के सहयोग से 30,750 क्लस्टर भी विकसित किए जाएंगे।
परियोजना के तहत अगले पांच वर्षों में प्रदेश की प्रमुख फसलों की उत्पादकता में 30 से 50 प्रतिशत की वृद्धि के लिए भी ठोस कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक विश्व स्तरीय कार्बन क्रेडिट मार्केट भी स्थापित किया जाएगा।
किसानों को मौसम की सटीक की सूचना देने के लिए स्थानीय मौसम स्टेशन की की स्थापना पर भी जोर होगा। इसी तरह मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तरीय हैचरी की स्थापना भी की जाएगी।
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