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किसानों को मिल रही है मुफ्त बिजली... मगर नहीं उठा रहे लाभ, अब 90% तक बढ़ाई जाएगी सब्सिडी

उत्तर प्रदेश में किसान सोलर सिंचाई पंपों को लेकर आगे नहीं आ रहे हैं। पीएम कुसुम योजना के तहत मिलने वाले 60 प्रतिशत अनुदान के बावजूद केवल 12.50 प्रतिशत किसानों ने ही योजना का लाभ उठाया है। अब कृषि विभाग अनुदान राशि को बढ़ाकर 90 प्रतिशत करने की तैयारी कर रहा है। कृषि विभाग ने शासन को इसे 90 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है।

By Anand Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 12 Sep 2024 08:44 PM (IST)
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सोलर सिंचाई पंप आगे नहीं आ रहे किसान - प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को अनुदान पर सोलर सिंचाई पंप उपलब्ध कराने की योजना को प्रदेश में कुछ खास सफलता नहीं मिल रही है। चालू वित्तीय वर्ष में 53 हजार सोलर सिंचाई पंप अनुदान पर वितरित करने के कृषि विभाग के लक्ष्य के सापेक्ष करीब 16 हजार किसानों ने ही आनलाइन पोर्टल पर बुकिंग कराई है।

13 हजार किसानों के आनलाइन टोकन जारी किए गए हैं, जबकि 6700 किसानों ने ही अपने हिस्से की राशि जमा कराई है। जाहिर है वास्तविक उपलब्धि 12.50 प्रतिशत के दायरे में ही सिमटी है। अब अनुदान राशि को बढ़ाकर योजना को गति देने की तैयारी कृषि विभाग के स्तर से की जा रही है।

पीएम कुसुम योजना में किसानों की रुचि नहीं? 

बताया जा रहा है कि सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली मिलने के कारण प्रदेश के किसान पीएम कुसुम योजना में रुचि नहीं दिखा रहा है। योजना के तहत किसानों को सोलर सिंचाई पंप पर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 30-30 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।

कृषि विभाग ने शासन को इसे 90 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। तर्क दिया गया है कि यूपीनेडा द्वारा संचालित ''''पीएम कुसुम योजना के घटक सी-1'''' में निजी आनिग्रड पंप सोलराइजेशन के लिए 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है, उसी तर्ज पर ''''पीएम कुसुम योजना घटक बी'''' को भी अनुदान उपलब्ध कराया जाए। यदि अनुदान बढ़ाया जाता है तो प्रदेश सरकार को अतिरिक्त राशि का वहन खुद करना होगा।

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