UP News: लखनऊ के हजरतगंज थाने में हलाल प्रमाण पत्र जारी करने वाली कंपनियों पर FIR दर्ज, सीएम योगी ने लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेशन से जुड़े उत्पादों की बिक्री पर बैन लग सकता है। कुछ कंपनियों ने हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर काला धंधा चला रखा था। डेयरी कपड़ा चीनी नमकीन मसाले और साबुन को हलाल सर्टिफाइड कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लिया है। जिसके बाद इसमें कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Sat, 18 Nov 2023 03:08 PM (IST)
जागरण संवाददाता, लखनऊ। हलाल प्रमाण जारी करने वाली कंपनियों के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किय गया है। ऐशबाग निवासी शैलेंद्र कुमार शर्मा ने हलाल इंडिया चेन्नई, जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल आफ इंडिया मुंबई, जमीयत उलेमा समेत अन्य के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
रिपोर्ट के मुताबिक विशेष समुदाय के लोगों को मजहब के नाम से कुछ उत्पादों को हलाल प्रमाण पत्र (इस्लामी धर्म-शास्त्र के अनुसार जो खाने में हराम न हो, जिस पर प्रतिबंद न हो यानी खाने में जायज हो) बेंच रहे हैं। उनकी ब्रिकी बढ़ाने के लिए कुछ लोगों को आर्थिक लाभ भी दिया जा रहा है।
यही नहीं इस तरह के उत्पाद पूरे देश में देखे जा रहे हैं। उनका आरोप है कि यह कंपनियां लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है। बिना किसी अधिकार के कंपनियां हलाल प्रमाण पत्र निर्गत कर अनुचित लाभ अर्जित किया जा रहा है।
आरोप है कि इन कंपनियों ने एक वर्ग विशेष को प्रभावित करने के लिए कूट रचित प्रपत्रों का प्रयोग कर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साथ ही मानकों का पालन तक नहीं किया जा रहा है। यह कंपनियां उन उत्पादों को भी हलाल प्रमाण पत्र जारी कर रही हैं जो पूरी तरह शुद्ध शाकाकारी हैं। इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
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