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Lucknow: पीजीआई की ओटी में धमाके से लगी आग, महिला और बच्ची की मौत; CM योगी ने ली घटना की जानकारी

धमाका होते ही ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ आपरेशन टेबल पर महिला को छोड़कर बाहर भाग निकले। आग से आसपास के दूसरी ओटी और विभागों में धुआं भर गया। दहशत और अफरातफरी के बीच तीमारदार भी भर्ती मरीजों को बेड सहित लेकर बाहर की ओर भागने लगे। इसी दौरान धुआं तेजी से पूरे फ्लोर पर भर गया जिससे मरीजों का दम घुटने लगा।

By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Mon, 18 Dec 2023 07:50 PM (IST)
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पीजीआई के ओटी काम्प्लेक्स में आग लगने के बाद मरीज को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करते परिवारीजन और मेडिकल कर्मचारी।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पीजीआई की इंडो सर्जरी ओटी में शार्ट सर्किट से वहां रखे मानीटर में जोरदार धमाके के साथ आग लग गई। जिस समय ओटी में आग लगी उस समय 28 साल की एक महिला और उसके बगल की ओटी में तीस दिन की बच्ची का ऑपरेशन चल रहा था। धमाका होते ही ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ऑपरेशन टेबल पर महिला को छोड़कर बाहर भाग निकले। आग से आसपास के दूसरी ओटी और विभागों में धुआं भर गया। दहशत और अफरा-तफरी के बीच तीमारदार भी भर्ती मरीजों को बेड सहित लेकर बाहर की ओर भागने लगे। इसी दौरान धुआं तेजी से पूरे फ्लोर पर भर गया, जिससे मरीजों का दम घुटने लगा।

दमकल कर्मियों ने ओटी से किसी तरह महिला और बच्ची को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दोनों की मौत चुकी थी। मृतक महिला पीलीभीत और नवजात गाजीपुर की रहने वाली थी। सात गाड़ियों की मदद से दो घंटे में आग पर काबू पाया जा सका।

वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीजीआई की घटना की जानकारी ली और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। पीजीआई प्रशासन की पूरे मामले पर भूमिका सवालों के घेरे में हैं। जिस बिल्डिंग में आग लगी उसकी फायर एनओसी भी नहीं थी यही नहीं आग लगने के बाद प्रशासन बचाव और राहत कार्य में ध्यान केंद्रित करने के बजाए मीडिया को अंदर जाने से रोकने में लगा रहा।

निदेशक प्रो. आरके धीमान का कहना है कि ओटी में रखे मानीटर में स्पार्क से आग लगी है। जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार आगे कार्रवाई की जाएगी। एफएसओ मामचंद के अनुसार आग लगने के बाद महिला को जब तक निकालते उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बगल में सीवीटीएस ओटी में भी एक नवजात की दिल की सर्जरी चल रही थी उसका भी धुआं भरने से दम घुट गया। ओटी के बगल में पोस्ट आपरेशन वार्ड में भी धुआं भर गया जिससे आपरेशन के बाद भर्ती 30 से ज्यादा मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी।

तीमारदारों की मदद से उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। घटना के समय ही रोबोटिक सर्जरी में भी एक बच्चे की सर्जरी चल रही थी। ओटी की होगी वैकल्पिक व्यवस्थाआग के कारण पूरी ओटी बर्बाद हो गई। ऐसे में सर्जरी के लिए वैकल्पिक ओटी की व्यवस्था करवाई जाएगी। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इंडो सर्जरी और सीवीटीएस (दिल) की सर्जरी किसी भी गंभीर मरीज की नहीं रुके इसकी व्यवस्था की जा रही है। पीजीआइ में कई ओटी हैं जहां बाकी आपरेशन किए जाएंगे।

ओटी काम्प्लेक्स में यह होता है

ओटी काम्प्लेक्स में मुख्य रूप सीवीटीएस, इंडो सर्जरी और रोबोटिक सर्जरी की ओटी है। इसके आलावा इससे सटा हुआ पोस्ट आफ वार्ड है। सीवीटीएस आईसीयू वार्ड है। गैस्ट्रो ओर यूरोलाजी की ओटी दूसरे जगह शिफ्ट हो चुकी है।