पराग डेयरी के नए प्लांट से सेना को होगी पहली आपूर्ति, भेजा जाएगा साढ़े आठ हजार लीटर स्टैंडर्ड दूध
नए प्लांट की शुरुआत को लेकर पराग प्रबंधन की तैयारियां तेज हो गई हैं। संसाधन न होने से पराग प्रबंधन अभी तक अपने गुणवत्तायुक्त मक्खन की दस और बीस ग्राम वाली छोटी पैकिंग नहीं करा पा रहा था। अब नई मशीन से यह चिपलेट पैकिंग भी हो सकेगी।
By Anurag GuptaEdited By: Updated: Mon, 14 Jun 2021 01:12 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। चक गजरिया में बनकर तैयार पराग डेयरी के नए प्लांट से ट्रायल के बाद 18 जून को दूध की पहली खेप भारतीय सेना को भेजी जाएगी। नए प्लांट से सेना के लिए पहली आपूर्ति करीब साढ़े आठ हजार लीटर स्टैंडर्ड दूध की होगी। इसी के साथ पराग दूध की पैकिंग का काम भी तेजी से शुरू हो जाएगा। पराग प्रबंधन तीन दिन के ट्रायल के साथ-साथ दूध की पैकिंग भी करता चलेगा, जिससे आने वाली किसी भी खामी पर तत्काल निर्णय लेकर उसे दुरुस्त किया जा सके।
पहली बार पराग ला रहा मक्खन की चिपलेट पैकिंग : संसाधन न होने से पराग प्रबंधन अभी तक अपने गुणवत्तायुक्त मक्खन की दस और बीस ग्राम वाली छोटी पैकिंग नहीं करा पा रहा था। अब नई मशीन से यह चिपलेट पैकिंग भी हो सकेगी। इसका फायदा यह होगा कि अस्पताल, रेलवे, एयरलाइंस, फाइव स्टार समेत विभिन्न कैटेगरी के होटलों में भी इसकी आपूर्ति की जा सकेगी और लोग इसका स्वाद ले सकेंगे।
'नए प्लांट की शुरुआत को लेकर पराग प्रबंधन की तैयारियां तेज हो गई हैं। मशीनों का निरीक्षण चल रहा है। इसके बाद ट्रायल और पैकिंग का काम शुरू हो जाएगा। सेना को पहली आपूर्ति नए प्लांट से की जाएगी। यही नहीं, पराग छोटी पैकिंग में पहली बार मक्खन बाजार में उतारने जा रहा है। -डॉ. मोहन स्वरूप, महाप्रबंधक, पराग